देहरादून: देवभूमि उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. ठंड से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं वहीं लोग जरूरी कार्यों के लिए ही घरों से निकल रहे हैं. वहीं सीमान्त जनपद पिथौरागढ़, चंपावत, बागेश्वर, अल्मोड़ा, चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी के उच्च हिमालायी क्षेत्रों में लगातार बर्फबारी हो रही है. वहीं मौसम विभाग के अलर्ट के बाद पिथौराढ़ और अल्मोड़ा में जिलाधिकारी ने आज अवकाश घोषित किया है.
पहाड़ों की रानी कहे जाने वाली मसूरी में भी मौसम ने अचानक करवट ली. मसूरी में सुबह से हल्की बारिश हो रही है. जिससे तापमान में गिरावट आ गई है. सरोवर नगरी नैनीताल में सुबह से बारिश हो रही है. जिससे बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. टिहरी में भी सुबह से बारिश हो रही है. वहीं टिहरी चंबा रानीचोरी सड़क पर पाला गिरने से वाहन चालकों को काफी परेशानी हो रही है. हल्द्वानी और आसपास के इलाकों में देर रात से झमाझम बारिश हो रही है. बारिश की वजह से तापमान में गिरावट आई है. वहीं गेहूं की फसल के लिए यह बरसात काफी किफायती मानी जा रही है. बारिश की वजह से खासकर स्कूली बच्चों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है.
वहीं सीमान्त जनपद में जिलाधिकारी वंदना सिंह ने मौसम के अलर्ट के बाद आज सरकारी और गैरसरकारी स्कूलों में अवकाश घोषित किया है. वहीं जनपद में रिमझिम बारिश हो रही है. वहीं धारचूला और मुनस्यारी के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में जमकर बर्फबारी हो रही है. वहीं उच्च हिमालयी इलाको में तैनात आईटीबीपी, एसएसबी और बीआरओ को अलर्ट रहने के निर्देश दिये गए हैं. हरिद्वार में बारिश से तापमान में गिरावट आई है. वहीं ऋषिकेश में सुबह से बारिश शुरू हो रही है, जिससे ठंड काफी बढ़ गई है. कोटद्वार में सुबर से ही बूंदाबादी हो रही है. मौसम विभाग के मुताबिक, आज मैदानी क्षेत्रों में तेज बारिश की संभावना जताई है. साथ ही कुछ जगहों पर ओले गिर सकते हैं.
वहीं पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बारिश और बर्फबारी का आशंका जताई है.मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार गुरुवार यानि आज सुबह से ही पर्वतीय क्षेत्रों का मौसम लोगों की परेशानियां बढ़ा सकता है. वहीं अलर्ट जारी किये जाने के साथ ही अधिकारियों को सतर्क रहने के आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये हैं. वहीं लगातार हो रही बारिश और बर्फबारी से मौसम और भी सर्द हो गया है. जिससे लोग घरों से निकलने से कतरा रहे हैं.