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27 से 29 अक्टूबर तक होगा देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल का आयोजन, साहित्य-संस्कृति और सिनेमा का होगा संगम

Dehradun Literature Festival 2023 देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल का आयोजन 27 से 29 अक्टूबर तक किया जाएगा. फेस्टिवल में अगाथा क्रिस्टी फेस्टिवल के प्रतिनिधि डॉ. मार्क एल्ड्रिज भी शिरकत करेंगे. फेस्टिवल के जरिए पहली बार साहित्य समुदाय के लोगों को एक मंच पर लाने का प्रयास किया जाएगा.

Dehradun Literature Festival
देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Oct 18, 2023, 5:59 PM IST

27 से 29 अक्टूबर तक होगा देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल का आयोजन.

देहरादूनः उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में साहित्य, संस्कृति और सिनेमा के क्षेत्र में बेहतर काम कर रहे लोगों का जमावड़ा लगने जा रहा है. 27 से 29 अक्टूबर के बीच देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल का आयोजन होने जा रहा है. जिसमें साहित्य, संस्कृति और सिनेमा का संगम देखने को मिलेगा. देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल में इस बार खास बात यह रहेगी कि प्रसिद्ध अगाथा क्रिस्टी फेस्टिवल, जो हाल ही में यूनाइटेड किंगडम में संपन्न हुआ, उसके प्रतिनिधि डॉ. मार्क एल्ड्रिज भी पहली बार उत्तराखंड आकर देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल में शामिल होंगे.

देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल में अगाथा क्रिस्टी फेस्टिवल के प्रतिनिधि डॉ. मार्क एल्ड्रिज बच्चों को क्राइम और मिस्ट्री राइटिंग की जानकारी देंगे. इसके साथ ही इस फेस्टिवल के जरिए प्रदेश के उभरते नए लेखकों को आगे बढ़ने का मौका भी दिया जाएगा. फेस्टिवल में नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी, रस्किन बॉन्ड, अशोक चक्रधर समेत तमाम साहित्यकार शामिल होंगे. यही नहीं, भारतीय फिल्म निर्माता विशाल भारद्वाज भी इस फेस्टिवल में शामिल होकर बच्चों को फिल्म राइटिंग की टिप्स देंगे.
ये भी पढ़ेंः Watch: 'पाताल ती' को बेस्ट सिनेमेटोग्राफी और 'एक था गांव' को बेस्ट नॉन फीचर फिल्म का अवॉर्ड

साहित्य समुदाय के लोगों को एक साथ जोड़ने की कवायद: देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल के संस्थापक समरांत विरमानी ने कहा कि 27 अक्टूबर से 29 अक्टूबर तक देहरादून के दो जगह पर फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जब देश में साहित्य का उत्सव शुरू हुआ था, उस दौरान देहरादून के पास साहित्य समुदाय के लोगों को एक मंच पर लाने की कोई व्यवस्था नहीं थी. इस कारण बच्चों को साहित्य का सही ज्ञान नहीं मिल पा रहा था. ऐसे में प्रदेश के सभी साहित्य समुदाय के लोगों को एक साथ जोड़ने और प्रदेश की संस्कृति को बढ़ाने के लिए लिटरेचर फेस्टिवल की शुरुआत की गई है.

देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल में बड़े साहित्यकारों का जमावड़ा: उन्होंने कहा कि देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल के पांचवें आयोजन में बच्चों को साहित्य, संस्कृति और सिनेमा राइटिंग का ज्ञान दिए जाने के लिए संगम तैयार किया गया है. मौजूदा समय में बच्चे किताबों से दूर होकर मोबाइल पर निर्भर होते जा रहे हैं. ऐसे में उन्हें संस्कृति, साहित्य की भी जानकारी होनी चाहिए, ताकि वह भी आगे चलकर एक बेहतर साहित्यकार बन सकें. यही वजह है कि देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल में कई बड़े साहित्यकारों को बुलाया गया है, ताकि बच्चे इन साहित्यकारों से साहित्य लिखने के टिप्स सीख सकें, जिससे उनका ज्ञानवर्धक होगा.

27 से 29 अक्टूबर तक होगा देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल का आयोजन.

देहरादूनः उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में साहित्य, संस्कृति और सिनेमा के क्षेत्र में बेहतर काम कर रहे लोगों का जमावड़ा लगने जा रहा है. 27 से 29 अक्टूबर के बीच देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल का आयोजन होने जा रहा है. जिसमें साहित्य, संस्कृति और सिनेमा का संगम देखने को मिलेगा. देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल में इस बार खास बात यह रहेगी कि प्रसिद्ध अगाथा क्रिस्टी फेस्टिवल, जो हाल ही में यूनाइटेड किंगडम में संपन्न हुआ, उसके प्रतिनिधि डॉ. मार्क एल्ड्रिज भी पहली बार उत्तराखंड आकर देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल में शामिल होंगे.

देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल में अगाथा क्रिस्टी फेस्टिवल के प्रतिनिधि डॉ. मार्क एल्ड्रिज बच्चों को क्राइम और मिस्ट्री राइटिंग की जानकारी देंगे. इसके साथ ही इस फेस्टिवल के जरिए प्रदेश के उभरते नए लेखकों को आगे बढ़ने का मौका भी दिया जाएगा. फेस्टिवल में नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी, रस्किन बॉन्ड, अशोक चक्रधर समेत तमाम साहित्यकार शामिल होंगे. यही नहीं, भारतीय फिल्म निर्माता विशाल भारद्वाज भी इस फेस्टिवल में शामिल होकर बच्चों को फिल्म राइटिंग की टिप्स देंगे.
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साहित्य समुदाय के लोगों को एक साथ जोड़ने की कवायद: देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल के संस्थापक समरांत विरमानी ने कहा कि 27 अक्टूबर से 29 अक्टूबर तक देहरादून के दो जगह पर फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जब देश में साहित्य का उत्सव शुरू हुआ था, उस दौरान देहरादून के पास साहित्य समुदाय के लोगों को एक मंच पर लाने की कोई व्यवस्था नहीं थी. इस कारण बच्चों को साहित्य का सही ज्ञान नहीं मिल पा रहा था. ऐसे में प्रदेश के सभी साहित्य समुदाय के लोगों को एक साथ जोड़ने और प्रदेश की संस्कृति को बढ़ाने के लिए लिटरेचर फेस्टिवल की शुरुआत की गई है.

देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल में बड़े साहित्यकारों का जमावड़ा: उन्होंने कहा कि देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल के पांचवें आयोजन में बच्चों को साहित्य, संस्कृति और सिनेमा राइटिंग का ज्ञान दिए जाने के लिए संगम तैयार किया गया है. मौजूदा समय में बच्चे किताबों से दूर होकर मोबाइल पर निर्भर होते जा रहे हैं. ऐसे में उन्हें संस्कृति, साहित्य की भी जानकारी होनी चाहिए, ताकि वह भी आगे चलकर एक बेहतर साहित्यकार बन सकें. यही वजह है कि देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल में कई बड़े साहित्यकारों को बुलाया गया है, ताकि बच्चे इन साहित्यकारों से साहित्य लिखने के टिप्स सीख सकें, जिससे उनका ज्ञानवर्धक होगा.

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