देहरादूनः लगभग 8 सालों से अधर पर लटके आईएसबीटी बाईपास रोड के 3.7 किलोमीटर हिस्से के चौड़ीकरण का कार्य अब जल्द ही नए सिरे से दोबारा शुरू होने जा रहा है. इसके तहत सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्रालय की ओर से अनुमति दे दी गई है. जिसमें ये साफ किया गया है कि इस कार्य को पूर्ण करने के लिए नए सिरे से टेंडर आवंटित किया जाए. साथ ही नया एस्टिमेट तैयार कर मंत्रालय को भेजा जाए.
दरअसल, आईएसबीटी बाईपास रोड के चौड़ीकरण के कार्य में रुकावट आने की शुरुआत टेंडर प्रक्रिया के बाद से ही शुरू हो गई थी. राष्ट्रीय राजमार्ग खंड, रुड़की (अब डोईवाला) ने चौड़ीकरण कार्य की लागत 14.21 करोड़ रुपए आंकी थी. जिसके आधार पर साल 2012 में टेंडर मांगे गए थे. तब राष्ट्रीय राजमार्ग खंड की तकनीकी समिति की ओर से रेसकोर्स की एक कंस्ट्रक्शन कंपनी को टेंडर जारी कर दिया गया. इसकी ओर से इस पूरे कार्य की लागत बाजार दर से 17 फीसदी कम यानी 11.81 रुपए रखी गई थी. लेकिन टेंडर जारी होने के बाद जो अहम सवाल खड़े होने लगे, वह ये थे कि क्या इतनी कम लागत में लगभग 3.7 किलोमीटर लंबी सड़क के चौड़ीकरण का कार्य पूर्ण हो पाएगा?
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ऐसे में परिणाम स्वरूप अनुबंध के छह माह बाद भी काम शुरू न हो पाने की स्थिति में ठेकेदार पर पेनल्टी लगा दी गई. साथ ही ठेकेदार से काम भी छीन लिया गया. जिसके बाद ठेकेदार ने इस पूरे घटनाक्रम को लेकर हाईकोर्ट नैनीताल में वाद दाखिल किया. कई सालों तक ये मामला कोर्ट में लंबित चलने की वजह से परवान नहीं चढ़ पाया.
ईटीवी भारत से बात करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग खंड के मुख्य अभियंता एसके बिरला ने बताया कि अब कोर्ट से इस पूरे मामले पर स्टे हट चुका है. वहीं, सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्रालय की ओर से भी कार्य को नए सिरे से शुरू करने की अनुमति दे दी गई है. ऐसे में संभव है कि इसी माह के अंत तक नए सिरे से टेंडर आवंटित किए जाएंगे. जिसके बाद संभवत: अगले साल की शुरुआत से एक बार फिर आईएसबीटी बाईपास रोड के चौड़ीकरण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा.