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मसूरी के इतिहास पर बनी डॉक्यूमेंट्री को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड

मसूरी के इतिहास पर बनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'सवॉय- सागा ऑफ एन आइकॉन' को 10वें दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड- 2020 में पुरस्कार मिला है.

Dada Saheb Phalke Award for Documentary
डॉक्यूमेंट्री सवॉय को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड
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Published : May 1, 2020, 9:17 PM IST

Updated : May 2, 2020, 6:28 PM IST

मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी के इतिहास को लेकर बनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'सवॉय- सागा ऑफ द आइकॉन' को 10वें दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड-2020 में पुरस्कृत किया गया है. मसूरी के 200 साल के इतिहास को सुनहरे पर्दे पर दर्ज करने वाले क्षितिज शर्मा को सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री निर्देशक और बेस्ट सिनेमेटोग्राफी के लिए अभिषेक सिंह नेगी को पुरस्कार मिला है.

फिल्म में जाने माने अंग्रेजी लेखक गणेश सैली ने अपनी आवाज दी है. देश-विदेश के कई फिल्म फेस्टिवल में 'सवॉय- सागा ऑफ द आइकॉन' अबतक 19 अवॉर्ड बटोर चुकी है. गणेश सैली और फिल्म निर्माण से जुड़े लोग 10वें दादा साहेब फाल्के फिल्म फेस्टिवल अवॉर्ड- 2020 जीतने से बेहद खुश हैं.

डॉक्यूमेंट्री को मिला दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड

ये भी पढ़ें: LOCKDOWN: फंसे लोग उत्तराखंड लौटने को बेचैन, 76 हजार लोगों ने कराया रजिस्ट्रेशन

सिर्फ चार दिन में हुई शूटिंग

जाने माने अंग्रेजी लेखक गणेश सैली के मुताबिक, एक घंटे की फिल्म को चार लोगों ने चार दिन की मेहनत में परफेक्ट शूट किया है. इस फिल्म को शूट करने के दौरान कोई री-टेक नहीं हुआ था. मसूरी का इतिहास करीब 200 साल पुराना है और होटल सवॉय में मसूरी के इतिहास को लेकर कई महत्वपूर्ण घटनाएं हुई हैं.

Dada Saheb Phalke Award for Documentary
जाने माने अंग्रेजी लेखक गणेश सैली

सवॉय होटल ने 1920 में अफगान कॉन्फ्रेंस से लेकर, मोतीलाल नेहरू, जवाहर लाल नेहरू, दलाई लामा, पंचेन लामा जैसी शख्सियत की आगवानी की है. यहां घटी कई घटनाएं इतिहास में दर्ज हैं इसलिए फिल्म में सवॉय होटल को फिल्माते हुए मसूरी के इतिहास को दर्शाने की कोशिश की गई है ताकि आने वाला पीढ़ी मसूरी के इतिहास को अच्छे से जान सके.

Dada Saheb Phalke Award for Documentary
ईटीवी भारत से बातचीत करते गणेश सैली

मसूरी के इतिहास पर किताब जल्द

गणेश सैली के मुताबिक मसूरी का निर्माण कब हुआ है, इसको लेकर वह खोजबीन कर रहे हैं. देश और विदेश से मिली जानकारी और विभिन्न दस्तावेजों के सहारे जल्द ही मसूरी के इतिहास पर किताब लिखने वाले हैं.

Dada Saheb Phalke Award for Documentary
डॉक्यूमेंट्री सवॉय को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड

सवॉय को अब तक मिले अवॉर्ड:-
1- बेस्ट एडिटिंग

फ्लोरेंस फिल्म अवॉर्ड इटली, व्हाइट यूनिकॉर्न इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल, कोलकाता इंटरनेशनल कल्ट फिल्म फेस्टिवल, कल्ट क्रिटिक फिल्म अवॉर्ड, बार्सिलोना प्लेनेट फिल्म फेस्टिवल, लॉस एंजेलिस फिल्म फेस्टिवल.

2- बेस्ट डॉक्यूमेंट्री

लेटीट्यूड फिल्म अवॉर्ड, क्राउन वुड इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल, कोलकाता इंटरनेशनल कल्ट फिल्म फेस्टिवल, माइंडफील्ड फिल्म फेस्टिवल, कल्ट क्रिटिक फिल्म अवार्ड, लॉस एंजेलिस फिल्म फेस्टिवल.

3- बेस्ट डायरेक्टर

कोलकाता इंटरनेशनल कल्ट फिल्म फेस्टिवल, माइंडफील्ड फिल्म फेस्टिवल, कल्ट क्रिटिक फिल्म अवॉर्ड, जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल.

4- बेस्ट वॉइसओवर

ऑनीरोज फिल्म अवॉर्ड.

मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी के इतिहास को लेकर बनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'सवॉय- सागा ऑफ द आइकॉन' को 10वें दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड-2020 में पुरस्कृत किया गया है. मसूरी के 200 साल के इतिहास को सुनहरे पर्दे पर दर्ज करने वाले क्षितिज शर्मा को सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री निर्देशक और बेस्ट सिनेमेटोग्राफी के लिए अभिषेक सिंह नेगी को पुरस्कार मिला है.

फिल्म में जाने माने अंग्रेजी लेखक गणेश सैली ने अपनी आवाज दी है. देश-विदेश के कई फिल्म फेस्टिवल में 'सवॉय- सागा ऑफ द आइकॉन' अबतक 19 अवॉर्ड बटोर चुकी है. गणेश सैली और फिल्म निर्माण से जुड़े लोग 10वें दादा साहेब फाल्के फिल्म फेस्टिवल अवॉर्ड- 2020 जीतने से बेहद खुश हैं.

डॉक्यूमेंट्री को मिला दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड

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सिर्फ चार दिन में हुई शूटिंग

जाने माने अंग्रेजी लेखक गणेश सैली के मुताबिक, एक घंटे की फिल्म को चार लोगों ने चार दिन की मेहनत में परफेक्ट शूट किया है. इस फिल्म को शूट करने के दौरान कोई री-टेक नहीं हुआ था. मसूरी का इतिहास करीब 200 साल पुराना है और होटल सवॉय में मसूरी के इतिहास को लेकर कई महत्वपूर्ण घटनाएं हुई हैं.

Dada Saheb Phalke Award for Documentary
जाने माने अंग्रेजी लेखक गणेश सैली

सवॉय होटल ने 1920 में अफगान कॉन्फ्रेंस से लेकर, मोतीलाल नेहरू, जवाहर लाल नेहरू, दलाई लामा, पंचेन लामा जैसी शख्सियत की आगवानी की है. यहां घटी कई घटनाएं इतिहास में दर्ज हैं इसलिए फिल्म में सवॉय होटल को फिल्माते हुए मसूरी के इतिहास को दर्शाने की कोशिश की गई है ताकि आने वाला पीढ़ी मसूरी के इतिहास को अच्छे से जान सके.

Dada Saheb Phalke Award for Documentary
ईटीवी भारत से बातचीत करते गणेश सैली

मसूरी के इतिहास पर किताब जल्द

गणेश सैली के मुताबिक मसूरी का निर्माण कब हुआ है, इसको लेकर वह खोजबीन कर रहे हैं. देश और विदेश से मिली जानकारी और विभिन्न दस्तावेजों के सहारे जल्द ही मसूरी के इतिहास पर किताब लिखने वाले हैं.

Dada Saheb Phalke Award for Documentary
डॉक्यूमेंट्री सवॉय को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड

सवॉय को अब तक मिले अवॉर्ड:-
1- बेस्ट एडिटिंग

फ्लोरेंस फिल्म अवॉर्ड इटली, व्हाइट यूनिकॉर्न इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल, कोलकाता इंटरनेशनल कल्ट फिल्म फेस्टिवल, कल्ट क्रिटिक फिल्म अवॉर्ड, बार्सिलोना प्लेनेट फिल्म फेस्टिवल, लॉस एंजेलिस फिल्म फेस्टिवल.

2- बेस्ट डॉक्यूमेंट्री

लेटीट्यूड फिल्म अवॉर्ड, क्राउन वुड इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल, कोलकाता इंटरनेशनल कल्ट फिल्म फेस्टिवल, माइंडफील्ड फिल्म फेस्टिवल, कल्ट क्रिटिक फिल्म अवार्ड, लॉस एंजेलिस फिल्म फेस्टिवल.

3- बेस्ट डायरेक्टर

कोलकाता इंटरनेशनल कल्ट फिल्म फेस्टिवल, माइंडफील्ड फिल्म फेस्टिवल, कल्ट क्रिटिक फिल्म अवॉर्ड, जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल.

4- बेस्ट वॉइसओवर

ऑनीरोज फिल्म अवॉर्ड.

Last Updated : May 2, 2020, 6:28 PM IST
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