ऋषिकेश: रायवाला से लेकर लालतप्पड़ तक हर रोज फ्लाईओवर और सौंग नदी के पुल से गुजरने वाले हजारों मुसाफिरों की जान खतरे में है. इस खतरे की वजह एक्सपर्ट चोर हैं, जोकि पुल और फ्लाईओवर के नीचे लगे लोहे के क्रॉस ब्रेसिंग ही चोरी कर रहे हैं. हैरत की बात यह है कि यह चोरी एक एक-दो बार नहीं, बल्कि कई दफा हो चुकी है. सिर्फ इतना ही नहीं, स्थानीय पुलिस से शिकायत के बावजूद अभीतक न तो शिकायत ही दर्ज की गई है और न ही यूपी सेतु निर्माण निगम की शिकायती चिट्ठी के बावजूद पुलिस चोरों का पता लगा पाई है.
पुलिस की दलील है कि शिकायत पर जांच हुई थी, जिसमें लावारिश हालत में लोहे का कुछ सामान बरामद किया गया था. इस सामान को निर्माण एजेंसी के हवाले करने का भी दावा है. दिलचस्प यह है कि पुलिस ने मामले में अज्ञात के खिलाफ कोई केस तक दर्ज नहीं किया. लिहाजा, अब लापरवाही से स्थिति यह है कि सौंग नदी पर बना पुल और तीन पानी व लालतप्पड़ फ्लाईओवर खतरे में है.
निगम के सहायक अभियंता ओपी राम के मुताबिक चोरी का यह सिलसिला साल 2021 के अक्टूबर महीने से चल रहा है. पहले लालतप्पड़ फ्लाईओवर (Elephant Corridor) से चोरी हुई. पुल के नियमित निरीक्षण के दौरान इसकी जानकारी हुई. इसकी शिकायत रायवाला पुलिस से की गई. तीन पानी फ्लाईओवर और अब सौंग नदी के पुल से लगातार क्रॉस ब्रेसिंग की चोरी हो रही है. उन्होंने बताया कि अभीतक 25 लाख रुपए के क्रॉस ब्रेसिंग चोरी हो चुके हैं. अगर ऐसे ही चलता रहा, तो इससे इन पुलों के गिरने की भी आशंका है.
एक्सपर्ट ही कर सकते हैं ऐसी चोरी: लालतप्पड़ यूपी सेतु निगम के अधिकारियों की मानें, तो इस तरह की चोरी किसी आम व्यक्ति के बस की बात नहीं है. इन क्रॉस ब्रेसिंग को खोलने के लिए एक मशीन की जरूरत पड़ती है, जोकि आसपास मिलती भी नहीं है. यह ज्यादातर दिल्ली में ही मिलती है. निगम के अफसरों की मानें, तो यह चोरी एक्सपर्ट अपराधियों का ही काम है.
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क्या होता है क्रॉस ब्रेसिंग: क्रॉस ब्रेसिंग एक तरह का लोहे का एंगल होता है, जोकि पुल के नीचे लगाया जाता है. वाहन के आने-जाने के दौरान पुल स्पंज होता रहता है लेकिन इन क्रॉस ब्रेसिंग के नहीं होने से ऐसा नहीं होगा, जिससे पुल के गिरने का खतरा कई गुना बढ़ा जाता है.
रायवाला थानाध्यक्ष भुवनचंद्र पुजारी के मुताबिक साल 2021 अक्टूबर की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की थी, जिसमें लोहे का सामान आसपास ही लावारिश स्थिति में मिला था, जोकि निर्माण एजेंसी के सुपुर्द कर दिया गया था. अब फिर कोई चोरी हुई है, तो इसकी जानकारी नहीं है. इस बाबत कोई शिकायत पर संबंधित पक्ष ने नहीं की है. शिकायत मिलने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.