देहारदून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के पूर्व सचिव पर जयपुर राजस्थान के बिजनेसमैन ने लाखों रुपए की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है. पीड़ित ने मुख्यमंत्री के पूर्व सचिव समेत चार लोगों के खिलाफ देहरादून शहर कोतवाली में तहरीर दी थी, जिसके आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है.
दीपमणि स्वर्णकार निवासी जयपुर राजस्थान ने पुलिस को जो तहरीर दी है, उसके मुताबिक अंकित मिश्रा निवासी जिला इटावा यूपी, सौरभ शर्मा निवासी देहरादून, प्रकाश चंद उपाध्याय और संजीव कुमार उर्फ देव निवासी पटियाला पंजाब ने दीपमणि को उत्तराखंड में सरकारी टेंडर दिलवाने का आश्वासन दिया था. जिसके बाद आरोपियों ने अलग-अलग तरीकों पर दीपमणि से करीब 55 लाख रुपए लिए.
पढ़ें- तेज रफ्तार का कहर, वीडियो देख आपके भी उड़ जाएगे होश! देखें खंभे से टकराने के बाद कैसे उड़े बाइक के परखच्चे
आरोप है कि 55 रुपए लेने के बाद भी आरोपियों ने उसे कोई टेंडर नहीं दिलवाया और न ही उसके रुपए वापस किए. आखिर में जब दीपमणि ने आरोपियों से अपने रुपए वापस मांगे तो उन्होंने पैसे देने के मना कर दिया. इस मामले में दीपमणि ने मुख्यमंत्री के पूर्व सचिव प्रकाश चंद उपाध्याय समेत चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है.
बता दें कि इससे पहले अगस्त महीने में भी गुरुनानक नगर पटियाला निवासी रजत पराशर ने भी मुख्यमंत्री के पूर्व सचिव प्रकाश चंद उपाध्याय समेत चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था. रजत पराशर ने पुलिस को दी अपनी तहरीर में कहा था कि आरोपियों ने सरकारी टेंडर दिलाने के नाम पर उससे और उसके सहयोगियों फर्मों से करीब करोड़ रुपए लिए थे, लेकिन न तो आरोपियों ने उन्हें टेंडर दिलाए और न ही उसके रुपए वापस किए.
पढ़ें- रेपिस्ट पिता को कोर्ट ने दिया आजीवन कारावास, 11 साल की मासूम ने दिया था बच्चे को जन्म
रजत पराशर का आरोप है कि जब उन्होंने आरोपियों से पैसे मांगे तो उन्होंने उल्टा उसे जान से मारने की धमकी दी थी. इस मामले में भी पुलिस ने रजत पराशर की तहरीर पर मुख्यमंत्री के पूर्व निजी सचिव पीसी उपाध्याय, सौरभ शर्मा उर्फ सौरभ वत्स, उसकी पत्नी नंदिनी वत्स सहित पांच के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. साथ ही इससे पहले पटियाला के ही रहने वाले संजीव देव ने आरोपियों के खिलाफ तीन करोड़ 46 लाख रुपये ठगी करने का नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ था.