देहरादून: राजधानी के थाना राजपुर क्षेत्र के अंतर्गत पुरुकल की जमीन पर फर्जी दस्तावेज के आधार पर ऋण देने के आरोप में एक दंपत्ति ने टाटा कैपिटल फाइनेंस सर्विसेस के सीईओ सहित 9 अफसरों के खिलाफ जालसाजी का मुकदमा दर्ज कराया है. पुलिस द्वारा मामले की जांच शुरू कर दी गई है. वहीं अग्रिम कार्रवाई के दौरन तथ्य सामने आने पर ही कार्रवाई की जाएगी.
दरअसल विक्रम और मीनल की राजपुर के पुरुकुल में जमीन है. दिसंबर महीने में सदर तहसील से दंपत्ति पर फोन आया कि टाटा कैपिटल फाइनेंस सर्विस का ऋण अदा न करने की स्थिति में गिरवी रखी गई जमीन को नीलाम किया जाएगा.
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वहीं दंपत्ति ने आरोप लगाया कि टाटा कैपिटल फाइनेंस सर्विस को जमीन गिरवी रखकर दंपति ने कोई भी ऋण नहीं लिया है. साथ ही लोन एग्रीमेंट सहित अन्य आवश्यक दस्तावेजों पर उनके फर्जी हस्ताक्षर हैं. कार्रवाई न होने की स्थिति में दंपति ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था और कोर्ट के आदेश के बाद ही थाना राजपुर में मुकदमा पंजीकृत किया गया है.
थाना राजपुर प्रभारी अशोक राठौड़ ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर दंपति की तरफ से कई लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है. इनमें फाइनेंस कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ कुशल राय राजीव सब्बरवाल एफ.एन. सूबेदार, मुकुंद एस धर्म अधिकारी, अनुराधा ठाकुर, एमडी माल्या, सुशांत शर्मा और राजीव भदोरिया के नाम शामिल हैं.