देहरादून: उत्तराखंड पुलिस के जांबाज़ अफसर जगदीश पंत की उपलब्धियों का ये एक नया शिखर है. देहरादून में बतौर प्रतिसार निरीक्षक जगदीश पंत को इस बार 26 जनवरी के मौके पर उत्कृष्ट सेवा सम्मान दिया गया है. पुलिस की सेवा के दौरान उत्कृष्ट कार्यों के लिये ये मेडल बेहद चुनिंदा अफसरों को दिया जाता है.
चौखुटिया के रहने वाले हैं जगदीश पंत: जगदीश पंत मूल रूप से चौखुटिया के रहने वाले हैं. उन्होंने अपनी 12वीं तक की शिक्षा राजकीय इंटर कॉलेज चौखुटिया से ली है. पुलिस सेवा के शुरुआती दिनों में ही उन्होंने बेहद महत्वपूर्ण ऑपरेशन को अंजाब देकर अपनी काबिलियत की धमक दिखा दी थी. हैदराबाद में बेहद कड़ा कमांडो कोर्स कर चुके पंत ने SDRF में तैनाती के दौरान केदारनाथ और बर्फ से ढकी दूसरी चोटियों पर सराहनीय कार्य किया. केदारनाथ में यात्रियों की जान बचाने के लिए भी जगदीश पंत को सम्मानित किया जा चुका है. इसके अलावा तीन साल पहले भी उत्कृष्क कार्यों के लिये जगदीश पंत को डीजीपी मेडल से सम्मानित किया जा चुका है.
गेवाड़ घाटी में खुशी की लहर: पुलिस की व्यस्त सेवा में रहते हुए भी जगदीश हमेशा अपने इलाके के लिए किये जाने वाले सामाजिक कार्यों में आगे रहते हैं. कोरोना की त्रासदी के दौरान उनके प्रयासों से CHC चौखुटिया को करीब दस लाख रुपये कि मेडिकल सामाग्री मुहैया हो पाई थी. जगदीश पंत की इस उपलब्धि पर गेवाड़ घाटी के साथ साथ पूरे उत्तराखंड को गर्व है. गेवाड़ घाटी के लोगों ने अपने बेटे को मिले सम्मान पर खुशी जताई है.
गौरतलब है कि भारत के राष्ट्रपति द्वारा गणतंत्र दिवस-2023 के अवसर पर अनेक पुलिस अधिकारियों को विशिष्ट सेवाओं के लिए 'राष्ट्रपति का पुलिस पदक' एवं सराहनीय सेवाओं के लिए 'पुलिस पदक' से भी सम्मानित किया गया. विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक डॉक्टर वी मुरुगेशन, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तराखंड को मिला.
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सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक राकेश चन्द्र देवली, अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यमंत्री सुरक्षा, उत्तराखंड, श्यामदत्त नौटियाल, पुलिस उपाधीक्षक, पौड़ी गढ़वाल, पंकज गैरोला, पुलिस उपाधीक्षक, हरिद्वार, अमीर चन्द्र, मुख्य आरक्षी, 46वीं वाहिनी पीएसी रुद्रपुर, ऊधमसिंहगनर और गिरवर सिंह रावत, उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस, पुलिस मुख्यालय, उत्तराखंड को मिला.