ऋषिकेश: जूते घर को लेकर हरिद्वार विकास प्राधिकरण और नगर निगम ऋषिकेश आमने-सामने आ गए हैं. प्राधिकरण द्वारा त्रिवेणी घाट पर बनाए जा रहे जूते घर के निर्माण कार्य को नगर निगम ने रुकवा दिया है. हालांकि प्राधिकरण के अधिशासी अभियंता और ऋषिकेश मेयर के बीच इस विषय पर काफी देर तक चर्चा की गई. बावजूद इस पर कोई फैसला नहीं हो पाया. बता दें कि त्रिवेणीघाट पर एक जूता घर पहले ही बना हुआ है.
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हरिद्वार विकास प्राधिकरण ऋषिकेश में कुछ स्थानों पर सौन्दर्यीकरण का कार्य करा रहा है. इसी के तहत त्रिवेणी घाट पर एक बड़े द्वार के साथ एक जूते घर का निर्माण करवाया जा रहा है. लेकिन जूता घर के निर्माण को लेकर ऋषिकेश मेयर अनीता ममगाई ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई है.
प्राधिकरण के अधिशासी अभियंता श्याम मोहन शर्मा ने बताया कि अब इस भवन को किसी अन्य कार्य के लिए उपयोग में लिया जाएगा, लेकिन इस भवन को तोड़ा नहीं जाएगा. इस जूते घर में कई लाख रुपए खर्च हो चुके हैं.
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इस मामले पर ऋषिकेश मेयर का कहना है कि त्रिवेणी घाट पर जूता घर को लेकर कुछ लोगों ने उनसे शिकायत की थी. जिस वजह से वो यहां आई थीं.
बता दें कि त्रिवेणी घाट पर पहले से ही एक जूता घर बना हुआ है. जिस पर गंगा सभा का कब्जा है. इस पर मेयर ने कहा कि अगर इस तरह का कोई कब्जा है तो जांच कराने के बाद उसे खाली कराया जाएगा. अब सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि जब एक जूता घर पहले से ही बना हुआ है तो दूसरे जूते घर को बनाने की जरूरत ही क्या थी?