मसूरी: पर्यटन स्थल मसूरी झील के मुख्य गेट पर ठेकेदार ने ताला लगा दिया है, जिसको लेकर झील के दुकानदारों में भारी आक्रोश व्याप्त है. वहीं, मसूरी झील बंद होने से पर्यटकों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पर्यटकों की मानें तो वह मसूरी झील घूमने आये थे, लेकिन झील बंद होने के कारण वह काफी मायूस हैं.
मसूरी झील समिति के अध्यक्ष राजेंद्र थपलियाल ने बताया कि ठेकेदार ने झील के दुकानदारों से पिछले 2 साल कोरोना काल का किराया मांगा जा रहा है. किराये को लेकर दुकानदारों का लगातार परेशान किया जा रहा है. इसी वजह से ठेकेदार ने मुख्य गेट को बंद कर दिया, जिससे सभी दुकानदारों में भारी आक्रोश है.
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में नगर पालिका प्रशासन के अधीन आने वाले पर्यटक स्थलों के किराए में ठेकेदारों को छूट दी गई है. लेकिन ठेकेदार लगातार इन दुकानदारों का उत्पीड़न कर किराया मांग रहा है, जो उचित नहीं है. ऐसे में परेशान दुकानदारों ने पालिका प्रशासन के साथ ठेकेदार का विरोध करना शुरू कर दिया है और सभी दुकानों को बंद करा दिया है.
राजेंद्र थपलियाल ने बताया कि ठेकेदार मनमाने तरीके से झील को संचालित कर रहा है और किसी भी नियम का अनुपालन नहीं कर रहा है. उन्होंने अधिशासी अघिकारी को पत्र लिखकर ठेकेदार पर कार्रवाई की मांग की है. साथ ही कोरोना काल में बंद दुकानों का किराया मांफ करने की मांग की है.
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इस पर पालिका अधिशासी अधिकारी आशुतोष सती ने कहा कि मसूरी झील पर ठेकेदार द्वारा ताला लगाए जाने कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है. ऐसे में पूरे मामले की जांच की जाएगी. साथ ही कहा कि किसी भी हाल में दुकानदारों का उत्पीड़न नहीं होने दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर ठेकेदार शर्तों के अनुसार झील को संचालित नहीं कर रहा है, तो जांच कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.