देहरादून: पिछले कई दिनों से पंजाब में कांग्रेस के अंदर चल रही रार का अंत हो गया है. पंजाब में कांग्रेस की कमान नवजोत सिंह सिद्धू के हाथों में चल गई है. वहीं अब उम्मीद की जा रही है कांग्रेस हाईकमान उत्तराखंड की तरफ ध्यान देगा और यहां पार्टी में नेता प्रतिपक्ष के नाम को लेकर चल रही माथापच्ची पर भी जल्द ही कोई फैसला लिया जाएगा.
उत्तराखंड में इंदिरा हृदयेश के निधन के बाद खाली हुई नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी पर किसे बैठाया जाए, इसको लेकर कांग्रेस में पिछले काफी दिनों से माथापच्ची चल रही है. नेता प्रतिपक्ष के नाम को लेकर दिल्ली में कांग्रेस विधानमंडल दल की एक बैठक भी हो चुकी है. बैठक में सर्वसम्मति से नेता प्रतिपक्ष का फैसला कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर छोड़ा दिया गया था. लेकिन पंजाब कांग्रेस में रार के चक्कर में हाईकमान ने उत्तराखंड पर कोई ध्यान नहीं दिया. हाईकमान की प्राथमिकता में पंजाब था और उन्होंने उत्तराखंड को दूसरे नंबर रख दिया था.
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हालांकि अब पंजाब का मसला सुलझ गया है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि कांग्रेस हाईकमान अब उत्तराखंड का मसला सुलझाएगा. सर्वसम्मति से नेता प्रतिपक्ष के नाम का ऐलान किया जाए, इसको लेकर हाईकमान ने काफी प्रयास भी किए, लेकिन हल निकलने के बजाय मामला उलझता ही चला गया. नेता प्रतिपक्ष नाम के साथ मामला प्रदेश अध्यक्ष का चेहरा बदलने तक पहुंच गया था. ऐसे में उत्तराखंड कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष के नाम पर पेंच फंसता ही चल गया.