देहरादून: लंबे विचार-विमर्श के बाद उत्तराखंड राज्य सरकार ने कांवड़ यात्रा को लेकर स्थिति स्पष्ट कर दी है. कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन के चलते इस बार परंपरागत कांवड़ मेला नहीं होगा. जिस पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया भी आई है. उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि सरकार ने जितना विचार-विमर्श कांवड़ यात्रा पर किया है, अगर उतना कोरोना को लिए किया होता तो आज प्रदेश की स्थिति ठीक होती.
धस्माना ने कहा कि जितनी संख्या में कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़िये आते हैं उतना गंगाजल अगर राज्य सरकार भेजती है वह एक अच्छी बात तो है, लेकिन गंगाजल भेजने के साथ ही सरकार प्रदेश के गरीबों और असहाय को राशन भी दे.
धस्माना ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते प्रदेश के लाखों युवा बेरोजगार हो गए हैं. ऐसे में उन्हें रोजगार देने के लिए सरकार को कुछ ठोस कदम बढ़ाने चाहिए थे. जनता की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है ऐसे में सरकार को उनकी मदद करनी चाहिए.