देहरादून: चंपावत उपचुनाव में 31 मई को मतदान होना है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर इस विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं. दरअसल धामी अपनी परंपरागत सीट खटीमा से विधानसभा का चुनाव हार गए थे. इसके बावजूद बीजेपी ने उन पर विश्वास जताते हुए फिर से मुख्यमंत्री बनाया. धामी के चुनाव लड़ने के लिए चंपावत से पार्टी के विधायक कैलाश गहतोड़ी ने अपनी सीट छोड़ दी थी.
लेकिन, चंपावत उपचुनाव में सीएम धामी के सामने कमजोर प्रत्याशी उतारने की खबरों के बीच कांग्रेस के उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने ईटीवी भारत पर बड़ा बयान दिया है. खटीमा विधायक भुवन कापड़ी ने कहा कि 'पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल ने ही निर्मला गहतोड़ी को चुनाव लड़वाने की पेशकश की थी'. दरअसल, चंपावत उपचुनाव के लिए 31 मई को मतदान होगा और 3 जून को परिणाम आएंगे.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने साफ किया है कि 'हेमेश खर्कवाल ने ही सीएम धामी के सामने चुनाव लड़ने से इनकार किया है और लगातार पांच बार चुनाव लड़ने और दो बार इस सीट पर विधायक रहने के बावजूद उन्होंने ही निर्मला गहतोड़ी को प्रत्याशी बनाने की पेशकश की थी'.
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चंपावत उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के खिलाफ निर्मला गहतोड़ी को मैदान में उतारा है. दरअसल कांग्रेस को महिला उम्मीदवार पर यकीन है. 31 मई को होने वाले चंपावत उपचुनाव के लिए बीजेपी की तरफ से धामी ताल ठोक रहे हैं, तो वहीं कांग्रेस ने 2002 के बाद पहली बार चंपावत सीट से उम्मीदवार बदलकर निर्मला गहतोड़ी को उम्मीदवार बनाया है. इससे पहले 5 बार यहां कांग्रेस के हेमेश खर्कवाल उम्मीदवार रहे हैं.
चंपावत उपचुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के खिलाफ लड़ने वाली निर्मला गहतोड़ी सीनियर महिला नेता हैं, जिनकी उम्र करीब 60 साल है. वह 2 बार चंपावत में कांग्रेस की जिलाध्यक्ष रह चुकी हैं. इसके अलावा हरीश रावत सरकार में राज्य महिला सशक्तिकरण परिषद की उपाध्यक्ष रह चुकी हैं. वह ब्राह्मण जाति से ताल्लुक रखती हैं. कांग्रेस को उम्मीद है कि उसे ब्राह्मणों के साथ महिलाओं का भी साथ मिलेगा. वह करीब तीन दशक पहले शराब-विरोधी आंदोलन से सुर्खियों में आई थीं.
2002 से ऐसा रहा चंपावत का रिजल्ट: चंपावत सीट की बात करें तो इसमें 2002 में कांग्रेस, 2007 में बीजेपी, 2012 में कांग्रेस, 2017 में बीजेपी और 2022 में बीजेपी चुनाव जीती. हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी के कैलाश गहतोड़ी को जहां 32,547 वोट मिले. वहीं कांग्रेस के हेमेश खर्कवाल को 27,243 वोट मिले. इसलिए बीजेपी को पूरा यकीन है कि नतीजा उनके पक्ष में रहेगा. इस बीच कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी का कहना है कि कांग्रेस ने चुनाव में डमी कैंडिडेट को उतारा है.