ETV Bharat / state

CM धामी से मिला कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल, इन मुद्दों पर हुई चर्चा - dehradun latest news

सूबे के मुखिया पुष्कर सिंह धामी से आज कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने अपने प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में मुलाकात की और बेलड़ा में हुई घटना की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की. इसी बीच पूर्व सीएम ने हरीश रावत ने सीएम से पीड़ित परिवार और घायलों की मदद करने का आग्रह किया.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Jun 23, 2023, 12:47 PM IST

Updated : Jun 23, 2023, 4:04 PM IST

पूर्व सीएम ने हरीश रावत

देहरादून: 25 सदस्यीय कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने आज प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में बेलड़ा घटना को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से कैंप कार्यालय में मुलाकात की और रुड़की के बेलड़ा में हुई घटना की निष्पक्ष जांच कराने की मांग उठाई है. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, विधायक ममता राकेश समेत तमाम नेता मौजूद रहे.

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बताया कि जिस पिता ने अपने पुत्र को खो दिया और जिस बेटी ने अपने पति को खो दिया. हम उनकी प्रार्थना लेकर के मुख्यमंत्री से मिलने आए थे. कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के समक्ष जो बिंदु रखे हैं. यह बिंदु वास्तविकता को दर्शाते हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल की ओर से मुख्यमंत्री से आग्रह किया गया है कि बेलड़ा की घटना को लेकर जिस प्रकार एकतरफा गिरफ्तारियां करके केस लगाए गए हैं. उनकी छटनी करते हुए निर्दोष लोगों को छोड़ दिया जाए. साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री के समक्ष इस बात को रखा कि पीड़ित परिवार को अभी तक कोई भी मदद नहीं मिल पाई है. ऐसे में सरकार की ओर से पीड़ित परिजनों की मदद की जाए.

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है, जिसका उदाहरण रुड़की के बेलड़ा गांव की घटना है. जहां एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है. उसकी मौत पर स्थानीय निवासी संदेह जताते हैं. घटना के बाद मृतक के माता-पिता की एफआईआर दर्ज नहीं की जाती है, बल्कि किसी और की तरफ से की गई FIR के आधार पर धारा 304 का मुकदमा दर्ज किया जाता है. उसके बाद ग्रामीणों के ऊपर हर आधे और 1 घंटे के अंतराल में 5 या 6 विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज की जाती है. यह FIR पुलिस की ओर से उन ग्रामीणों पर दर्ज की जाती है, जो घटनास्थल पर मौजूद ही नहीं थे.
ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में बिजली कटौती पर करन माहरा ने साधा निशाना, कहा- गर्मी में बिलख रहे लोग, सुध कौन लेगा?

करन माहरा का कहना है कि इसके पुख्ता सबूत हमारे पास उपलब्ध हैं और समय आने पर उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा. उन्होंने कहा कि एक वीडियो वायरल हो रहा है, जो बड़ा आपत्तिजनक है. वीडियो में दबंग लाठी-डंडों के साथ चल रहे हैं, जिनकी अगुवाई पुलिस कर रही है. उन्होंने इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि इन्हीं सब मुद्दों को लेकर आज कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मुलाकात करके उचित कार्रवाई की मांग करेगा. बता दें कि कुछ दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे. इससे पहले भी कई लोग पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उनके प्रति संवेदनाएं व्यक्त कर चुके हैं.
ये भी पढ़ें: करन माहरा ने भाजपा पर साधा निशाना, बेरोजगारों को लेकर कही ये बात

पूर्व सीएम ने हरीश रावत

देहरादून: 25 सदस्यीय कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने आज प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में बेलड़ा घटना को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से कैंप कार्यालय में मुलाकात की और रुड़की के बेलड़ा में हुई घटना की निष्पक्ष जांच कराने की मांग उठाई है. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, विधायक ममता राकेश समेत तमाम नेता मौजूद रहे.

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बताया कि जिस पिता ने अपने पुत्र को खो दिया और जिस बेटी ने अपने पति को खो दिया. हम उनकी प्रार्थना लेकर के मुख्यमंत्री से मिलने आए थे. कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के समक्ष जो बिंदु रखे हैं. यह बिंदु वास्तविकता को दर्शाते हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल की ओर से मुख्यमंत्री से आग्रह किया गया है कि बेलड़ा की घटना को लेकर जिस प्रकार एकतरफा गिरफ्तारियां करके केस लगाए गए हैं. उनकी छटनी करते हुए निर्दोष लोगों को छोड़ दिया जाए. साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री के समक्ष इस बात को रखा कि पीड़ित परिवार को अभी तक कोई भी मदद नहीं मिल पाई है. ऐसे में सरकार की ओर से पीड़ित परिजनों की मदद की जाए.

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है, जिसका उदाहरण रुड़की के बेलड़ा गांव की घटना है. जहां एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है. उसकी मौत पर स्थानीय निवासी संदेह जताते हैं. घटना के बाद मृतक के माता-पिता की एफआईआर दर्ज नहीं की जाती है, बल्कि किसी और की तरफ से की गई FIR के आधार पर धारा 304 का मुकदमा दर्ज किया जाता है. उसके बाद ग्रामीणों के ऊपर हर आधे और 1 घंटे के अंतराल में 5 या 6 विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज की जाती है. यह FIR पुलिस की ओर से उन ग्रामीणों पर दर्ज की जाती है, जो घटनास्थल पर मौजूद ही नहीं थे.
ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में बिजली कटौती पर करन माहरा ने साधा निशाना, कहा- गर्मी में बिलख रहे लोग, सुध कौन लेगा?

करन माहरा का कहना है कि इसके पुख्ता सबूत हमारे पास उपलब्ध हैं और समय आने पर उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा. उन्होंने कहा कि एक वीडियो वायरल हो रहा है, जो बड़ा आपत्तिजनक है. वीडियो में दबंग लाठी-डंडों के साथ चल रहे हैं, जिनकी अगुवाई पुलिस कर रही है. उन्होंने इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि इन्हीं सब मुद्दों को लेकर आज कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मुलाकात करके उचित कार्रवाई की मांग करेगा. बता दें कि कुछ दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे. इससे पहले भी कई लोग पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उनके प्रति संवेदनाएं व्यक्त कर चुके हैं.
ये भी पढ़ें: करन माहरा ने भाजपा पर साधा निशाना, बेरोजगारों को लेकर कही ये बात

Last Updated : Jun 23, 2023, 4:04 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.