देहरादून: राज्य में 1 जुलाई से शुरू होने जा रही चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) पर नैनीताल हाईकोर्ट ने रोक लगा दी गई है. जिसके बाद कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर फिर से हमला करना शुरू कर दिया है. कांग्रेस ने भाजपा को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया कि सरकार चाहती ही नहीं कि इस बार चारधाम यात्रा संचालित हो.
कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना (Suryakant Dhasmana) का कहना है कि राज्य सरकार हाईकोर्ट की चिंताओं का निराकरण नहीं कर पाई, जो दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा हाईकोर्ट लगातार सरकार से चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर जवाब मांग रहा था. यात्रा के दौरान आरटीपीसीआर और एंटीजन टेस्ट की व्यवस्था कैसी होगी, इसके अलावा स्वास्थ्य सुविधाओं से जुड़े ऑक्सीजन और आईसीयू की व्यवस्थाएं व यात्रियों की संख्या को नियंत्रित करने को लेकर उच्च न्यायालय की मुख्य चिंताएं थी.
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उन्होंने कहा राज्य सरकार के पास हेल्थ सर्विसेज की क्या व्यवस्थाएं हैं, इसका सरकार कोई जवाब नहीं दे पाई. जिस कारण हाईकोर्ट में चारधाम यात्रा पर रोक लगा दी. कांग्रेस का कहना है जिस प्रकार कुंभ में आरटीपीसीआर और एंटीजन टेस्ट में लापरवाही और हीला-हवाली की गई उसे देखते हुए ही हाईकोर्ट को चारधाम यात्रा पर रोक लगानी पड़ी.
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बता दें नैनीताल हाईकोर्ट ने विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा पर रोक लगा दी है. हाईकोर्ट ने 7 जुलाई तक यात्रा पर रोक लगाई है. इसके साथ ही चारधाम की लाइव स्ट्रीमिंग करने के आदेश भी दिए हैं. जिसके बाद कांग्रेस ने भाजपा को जिम्मेदार ठहराते हुए चारधाम यात्रा की रोक को लेकर मुद्दा बनाते हुए निशाना साधा है.