देहरादून: प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद राज्य सरकार ने शनिवार और रविवार को चार जिलों में लॉकडाउन लगाया है. लेकिन इस बार लॉकडाउन में आवश्यक वस्तुओं की दुकानों के साथ शराब की दुकानें खोलने की भी अनुमति दी है. जिसका कांग्रेस ने विरोध किया है. लॉकडाउन में शराब की दुकानें खोलने पर कांग्रेस ने त्रिवेंद्र सरकार पर हमला बोला है.
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि सरकार आबकारी की मोह नहीं छोड़ पा रही है. लॉकडाउन में शराब की दुकानें खोलने का निर्णय जनविरोधी है. इससे शराब को बढ़ावा मिलेगा. एक ओर सरकार कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लॉकडाउन लगा रही है तो वहीं, दूसरी और शराब और मांस मछली की दुकानों को आवश्यक सेवा में शामिल करते हुए छूट दे रही है, जो हास्यास्पद ही नहीं बल्कि हैरान करने वाला निर्णय है. सरकार को जनता से ज्यादा शराब व्यापारियों की चिंता है. .
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इस मामले पर कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि प्रदेश में लगातार कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है. उत्तराखंड में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा चार हजार के पार पहुंच गया है. शुरुआती दिनों में संक्रमण नियंत्रित था, लेकिन सरकार की अदूरदर्शिता और लापरवाही के कारण कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है. सरकार ने लॉकडाउन का मजाक बना कर रखा दिया है. मेडिकल स्टोर, अस्पताल, ग्रॉसरी, कन्फेक्शनरी, दूध और सब्जियों की दुकानें खोलना जरूरी था, लेकिन आश्चर्य की बात ये है कि शराब की दुकानें भी खोल दी गई हैं. इससे पता चलाता है कि सरकार आबकारी के आकर्षण को नहीं छोड़ पा रही है. ऐसे में कोरोना में चेन तोड़ने के लिए लगाए गए लॉकडाउन का कोई मतलब नहीं है.