देहरादून: वैश्विक महामारी कोरना काल के दौरान उत्तराखंड पुलिस से फ्रंट वॉरियर्स के रूप में अपनी जिम्मेदारी और कर्तव्य का निर्वहन करते हुए तीन पुलिस कर्मी शहीद हो गये थे. उत्तराखंड पुलिस विभाग के 3 शहीद कर्मचारियों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 10-10 लख रुपे का मुआवजा दिया जाएगा. शुक्रवार को इसे स्वीकृत मिल गई.
पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, कोरोना काल अपने ड्यूटी के दौरान शहीद होने वाले पुलिस जवानों के परिजनों व आश्रितों को राहत सम्मान निधि के तहत मुख्यमंत्री राहत कोष से संबंधित जिलाधिकारी द्वारा स्वीकृत की गई 10 लाख की राशि को उनके बैंक अकाउंट में रिलीज की गई है. रिलीज की गई धनराशि टैक्स फ्री स्टांप मुक्त होगी.
कोरोना काल के दौरान ये पुलिसकर्मी हुए शहीद
- कांस्टेबल 863, नागरिक पुलिस ,सुरेंद्र सिंह, थाना नानकमत्ता, जनपद नैनीताल. उनकी 1 नवंबर 2020 को कोरोना काल ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमित होने के चलते आकस्मिक मृत्यु हो गई थी.
- उप निरीक्षक, विशेष श्रेणी, नागरिक पुलिस, सब इंस्पेक्टर केशव लाल, थाना मल्लीताल. कोरोना काल ड्यूटी दौरान आकस्मिक रुप में 27 नवंबर 2020 को शहीद हो गये थे.
- नागरिक पुलिस, कांस्टेबल 555, नरेंद्र तोमर, थाना पथरी, जनपद हरिद्वार. कोरोना काल फ्रंटलाइन ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमित होने के चलते 13 अक्टूबर 2020 को उनका आकस्मिक निधन हो गया था.