देहरादून: आरोग्य भारती, उत्तराखंड आयुर्वेद विश्विद्यालय एवं राज्य औषधीय पादप बोर्ड के संयुक्त तत्वावधान में 'लोक स्वास्थ्य परम्परा में हिमालयी क्षेत्र की वनौषधियां' विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित हुई. कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि आयुष के क्षेत्र में अभी भी शोध किए जाने की जरूरत है, तभी वैश्विक स्वास्थ्य की हमारी संकल्पना को पूर्ण किया जा सकता है. कार्यक्रम में हिमालयी वनस्पतियों के संरक्षण पर चिंतन किया गया.
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संगोष्ठी में पहुंचे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेशभर में विभिन्न प्रकार के औषधीय पौधे पाए जाते हैं. राज्य सरकार भी आयुष को बढ़ावा देने के लगातार प्रयास कर रही है. कृषि क्षेत्र में विकास के लिए राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के समान ही मुख्यमंत्री राज्य कृषि विकास परियोजना लागू होगी. इससे किसानों को तो सुविधा होगी ही साथ ही सीमांत क्षेत्रों के विकास के लिए तहसीलों में मुख्यमंत्री सीमांत क्षेत्र विकास योजना लाई जाएगी. इससे पहाड़ों और दूरस्थ क्षेत्रों से पलायन रुक सकेगा.