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सीएम त्रिवेंद्र बोले-अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़े राज्यों के लिए एनआरसी जरूरी - CM Trivendra Singh Rawat

देशभर में एनआरसी (नेशनल रजिस्टर फॉर सिटीजनशिप) को लेकर बहस जारी है. इसी कड़ी में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़े राज्यों के लिए इसे जरूरी बताया है.

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत.
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Published : Nov 23, 2019, 12:37 PM IST

देहरादून: देश में एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर) को लेकर चल रही बहस के बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़े राज्यों के लिए इसे जरूरी बताया है. मुख्यमंत्री की तरफ से ये बात तब आयी है, जब पहले ही केंद्रीय गृह मंत्री देशभर में एनआरसी लागू करने की बात कह चुके हैं.

अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़े राज्यों के लिए एनआरसी जरूरी.

देशभर में एनआरसी को लेकर बहस जारी है. खासतौर पर असम में एनआरसी की अंतिम सूची आने के बाद लाखों लोगों के इससे बाहर होने के बाद तमाम राज्यों से अलग- अलग प्रतिक्रिया आ रही है. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पहले ही एनआरसी लागू करने को लेकर कैबिनेट में निर्णय करने की बात कह चुके हैं. वही अब गृहमंत्री अमित शाह के देशभर में एनआरसी लागू करने के बयान के बाद सीएम त्रिवेंद्र ने इसे और से मजबूती से जरूरी बताना शुरू कर दिया है.

पढ़ें-Reality Check: उत्तराखंड सचिवालय में सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर ऐसे हैं हालात

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से जुड़े राज्यों के लिए एनआरसी बेहद महत्वपूर्ण है. जबकि उत्तराखंड पहले ही एनआरसी को लेकर विचार कर रहा था. एनआरसी लागू होने के बाद राष्ट्रीयता को लेकर उठाये जाने वाले स्थायी सवालों का अंत हो जाएगा और नागरिकों की अंतिम सूची सबके सामने होगी.

देहरादून: देश में एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर) को लेकर चल रही बहस के बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़े राज्यों के लिए इसे जरूरी बताया है. मुख्यमंत्री की तरफ से ये बात तब आयी है, जब पहले ही केंद्रीय गृह मंत्री देशभर में एनआरसी लागू करने की बात कह चुके हैं.

अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़े राज्यों के लिए एनआरसी जरूरी.

देशभर में एनआरसी को लेकर बहस जारी है. खासतौर पर असम में एनआरसी की अंतिम सूची आने के बाद लाखों लोगों के इससे बाहर होने के बाद तमाम राज्यों से अलग- अलग प्रतिक्रिया आ रही है. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पहले ही एनआरसी लागू करने को लेकर कैबिनेट में निर्णय करने की बात कह चुके हैं. वही अब गृहमंत्री अमित शाह के देशभर में एनआरसी लागू करने के बयान के बाद सीएम त्रिवेंद्र ने इसे और से मजबूती से जरूरी बताना शुरू कर दिया है.

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सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से जुड़े राज्यों के लिए एनआरसी बेहद महत्वपूर्ण है. जबकि उत्तराखंड पहले ही एनआरसी को लेकर विचार कर रहा था. एनआरसी लागू होने के बाद राष्ट्रीयता को लेकर उठाये जाने वाले स्थायी सवालों का अंत हो जाएगा और नागरिकों की अंतिम सूची सबके सामने होगी.

Intro:Summary- देश में एनआरसी को लेकर चल रही बहस के बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़े राज्यों के लिए एनआरसी को सबसे जरूरी बताया है..मुख्यमंत्री की तरफ से ये बात तब आयी है जब पहले ही केंद्रीय गृह मंत्री देशभर में एनआरसी लागू करने की बात कह चुके हैं...


Body:एनआरसी यानी नेशनल रजिस्टर फॉर सिटीजंसशिप को लेकर देशभर में बहस जारी है.. खासतौर पर असम में एनआरसी की अंतिम सूची आने के बाद लाखों लोगों के इससे बाहर होने के बाद तमाम राज्यों से अलग अलग प्रतिक्रिया आ रही है.. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जहां पहले ही एनआरसी लागू करने को लेकर कैबिनेट में निर्णय करने की बात कह चुके हैं, वही अब गृहमंत्री अमित शाह के देशभर में एनआरसी लागू करने के बयान के बाद सीएम त्रिवेंद्र ने इसे और से मजबूती से जरूरी बताना शुरू कर दिया है.. सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से जुड़े राज्यों के लिए एनआरसी बेहद महत्वपूर्ण है..जबकि उत्तराखंड पहले ही एनआरसी को लेकर विचार कर रहा था.. एनआरसी लागू होने के बाद राष्ट्रीयता को लेकर उठाये जाने वाले स्थायी सवालों का अंत हो जाएगा.. और नागरिकों की अंतिम सूची सबके सामने होगी...


बाइट-त्रिवेंद्र सिंह रावत, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड


आपको बता दें कि एनआरसी पर जहां भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री इसका समर्थन करते हुए दिखाई दिए हैं, वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत नीतीश कुमार खुलकर एनआरसी के खिलाफ खड़े दिखाई देते हैं। 




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