देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उच्च शिक्षा विभाग द्वारा नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती के उपलक्ष्य पर आयोजित राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया. इस दौरान राज्य स्तर पर निबंध प्रतियोगिता में डी.डब्ल्यू.टी कॉलेज की बीएड की छात्रा सौम्या ने प्रथम, डीएवी पीजी कॉलेज के छात्र उज्जवल शर्मा ने द्वितीय एवं बाल गंगा महाविद्यालय सैन्दूल कैमर की छात्रा अंजलि मंमगई ने तृतीय स्थान प्राप्त किया.
युवा कल्याण विभाग द्वारा 'नेताजी सुभाष चन्द्र बोस युवाओं की प्रेरणा' विषय पर राज्य स्तरीय भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. जिसमें देहरादून के गौतम खट्टर ने प्रथम, अल्मोड़ा की हिमानी दुर्गापाल ने द्वितीय एवं नैनीताल के रोहित सिंह रावत एवं हरिद्वार की अक्षी गौड़ ने संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त किया.
इस मौके पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि शीघ्र ही राज्य में युवा आयोग का गठन किया जायेगा, ताकि हमारे युवा क्या सोचते हैं, अपने लक्ष्यों को पूरा करने की उनकी क्या आकांक्षाएं हैं, इसका स्पष्ट रोड मेप तैयार हो सके. उन्होंने कहा कि आज के युवा हर क्षेत्र में अपडेट हैं. वे अपनी आकांक्षाओं को पूर्ण कर स्वयं के भाग्य विधाता बन सकते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी जो वीर गाथाएं तथा समृद्ध सांस्कृतिक विरासत हैं, उसे हमारे विश्वविद्यालयों को आगे बढ़ाना होगा ताकि हमारी भावी पीढ़ी अपनी संस्कृति से जुड़े तथा देश व दुनिया को भी इसकी जानकारी हो सके.
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मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. भारत सरकार ने उन्हें जो सम्मान दिया है, वह सराहनीय है. वे सच्चे अर्थों में देश के सच्चे सपूत थे. इसी प्रकार स्वामी विवेकानन्द ने तमाम देशों का भ्रमण कर लोगों को भारत की संस्कृति से परिचित कराया. अमेरिका में उनका सम्बोधन भारत की वैश्विक सांस्कृतिक एकता की पहचान बना. वे सच्चे अर्थों में हमारे सांस्कृतिक गुरू थे.
इस मौके पर उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा चेतना दिवस से 23 जनवरी तक युवा चेतना और ऊर्जा में नवीन प्रवाह गतिमान करने के उद्देश्य से युवा पखवाड़ा का आयोजन किया गया. इसमें उच्च शिक्षा विभाग एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा अनेक कार्यक्रम आयोजित किये गये. 'स्वामी विवेकानन्द जी के विचारों की उत्तराखंड राज्य में प्रासंगिकता' विषय पर राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इसमें कुल 5229 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. इस पखवाड़े में 1005 रक्तदाताओं द्वारा 545 यूनिट रक्तदान भी किया गया.