देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मंगलवार को आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ कोविड-19 के हालात को लेकर वर्चुअल बैठक की. इसमें उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी शामिल हुए. इस दौरान सीएम त्रिवेंद्र ने उत्तराखंड को लेकर कई बातें रखीं. महाकुंभ को लेकर दोनों के बीच काफी देर तक चर्चा हुई.
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों के संगठित प्रयासों से देश में कोरोना काफी हद तक नियंत्रण में है. कोरोना से लड़ने के लिए समय-समय पर अलग-अलग चुनौतियों का सामना करना पड़ा. आज रिकवरी व फर्टिलिटी रेट दोनों में भारत की स्थिति काफी बेहतर है. सभी के अथक प्रयासों से आज देश में कोरोना के ट्रीटमेंट का बहुत बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है. इसका लगातार विस्तार भी किया जा रहा है. कोरोना के मैनेजमेंट को लेकर सबके पास एक व्यापक अनुभव है. सभी मुख्यमंत्री अपने अनुभवों को जरूर साझा करें, ताकि कोरोना पर पूर्ण नियंत्रण के लिए ठोस रणनीति बन सके.
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत में कोरोना पर नियंत्रण हुआ है, लेकिन अभी भी पूरी सतर्कता बरतने की जरूरत है. हम आपदा के समंदर से किनारे तक आ गये हैं, यह ध्यान रहे कि अब कोई भी लापरवाही न रहे. कोरोना से बचाव के लिए जागरूकता अभियान लगातार चलाया जाये. पॉजिटिविटी रेट को 05 प्रतिशत से कम रखना होगा और आरटीपीसीआर टेस्ट पर विशेष ध्यान देना होगा.
कोविड वैक्सीन की दिशा में विशेषज्ञों द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं. वैक्सीन कब तक उपलब्ध होती है और शुरुआती चरण में कितनी उपलब्ध होती है. इसके लिए लगातार प्रयास जारी हैं. वैक्सीन सभी को लगवाई जायेगी, लेकिन इसके लिए शुरुआती चरण में प्राथमिकताएं क्या होंगी. राज्य सरकारें भी इस पर अपना सुझाव जरूर दें. वैक्सिनेशन के लिए राज्यों द्वारा कोल्ड चेन स्टोरेज और विभिन्न मापदण्डों के आधार पर व्यवस्थाएं कर ली जायें. इसके लिए राज्य सरकारों द्वारा स्टेट लेबल पर एक स्टियरिंग कमेटी और स्टेट, डिस्ट्रिक व ब्लॉक लेबल पर टास्क फोर्स का गठन किया जाये. इन कमेटियों की रेगुलर बैठक व ट्रेनिंग मॉनिटरिंग हो.
बैठक में सीएम त्रिवेंद्र ने अपनी बात रखते हुए कहा कि उन्हें पूरी आशा और विश्वास है कि बहुत जल्द ही भारत के विशेषज्ञ वैक्सीन बनाने में सफल होंगे. राज्य सरकार के स्तर पर इसके लिए जो प्राथमिकताएं तय करनी हैं, उसके लिए सुनियोजित तरीके से रणनीति बनाई जा रही है.
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उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अनुरोध किया कि जनवरी से अप्रैल 2021 तक हरिद्वार में कुम्भ का आयोजन होना है जिसमें भारी संख्या में अधिकारी, कर्मचारी, पुलिस बल व हेल्थ वर्कर काम करेंगे. राज्य को वैक्सीन की उपलब्धता के लिए हरिद्वार कुंभ को भी ध्यान में रखना जरूरी है.
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि वैक्सिनेशन के लिए राज्य स्तर पर स्टेयरिंग कमेटी बनाई गई है. जिला स्तर पर टास्क फोर्स का गठन किया गया है और इसकी लगातार बैठकें भी हो रही हैं.