देहरादून: उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत और वर्तमान सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के बीच जुबानी जंग लगातार जारी है. जहां एक ओर पूर्व सीएम हरीश रावत ने सीएम त्रिवेंद्र पर ट्वीट कर हमला बोला है, वहीं सीएम त्रिवेंद्र रावत ने अब हरीश रावत के ट्वीट का जवाब देते हुए खुला खत लिखा है.
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मुख्यमंत्री @tsrawatbjp जी को मेरी चुनावी हारें गिनाने का बड़ा शौक है। मुख्यमंत्री जी, गिरते है सह सवार ही मैदान-ए-जंग में। मुझे हराने वाले लोगों को आज याद नहीं है, हारने वाला हरीश रावत आज भी लोगों की जुबां में जिंदा है। मेरी शुभकामना है आप 2022 का चुनाव भेंटें मगर... pic.twitter.com/oKUriEdRi5
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) April 22, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) April 22, 2019मुख्यमंत्री @tsrawatbjp जी को मेरी चुनावी हारें गिनाने का बड़ा शौक है। मुख्यमंत्री जी, गिरते है सह सवार ही मैदान-ए-जंग में। मुझे हराने वाले लोगों को आज याद नहीं है, हारने वाला हरीश रावत आज भी लोगों की जुबां में जिंदा है। मेरी शुभकामना है आप 2022 का चुनाव भेंटें मगर... pic.twitter.com/oKUriEdRi5
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) April 22, 2019
पूर्व सीएम हरीश रावत ने ट्वीट करके मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर कटाक्ष किया है. अपने ट्वीट में हरीश रावत ने लिखा है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी को मेरी चुनावी हार गिनाने का बड़ा शौक है. मुख्यमंत्री जी, गिरते हैं सह सवार ही मैदान-ए-जंग में. मुझे हराने वाले लोगों को आज याद नहीं है, हारने वाला हरीश रावत आज भी लोगों की जुबां में जिंदा है. मेरी शुभकामना है आप 2022 का चुनाव भी लड़ें. मगर याद रखना आप रिकॉर्ड बुक में जिंदा रहेंगे. मैं इसके बाद भी लोगों की भावना और जुबां में जिंदा रहूंगा.
हरीश रावत ने लिखा कि इस बार के चुनाव का क्या, आप कहीं चुनाव में थे? क्या आपके नाम व काम पर किसी ने वोट मांगा? हरीश रावत, भूतपूर्व मुख्यमंत्री इस चुनाव में भी मतदाताओं के मध्य जिंदा था, उसके काम की, उसके सोच की चर्चा हो रही थी. खैर भगवान ने चाहा तो आपका घमंड जल्दी टूट जाएगा.
CM त्रिवेंद्र की चुटकी
हरीश रावत के ट्वीट पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चुटकी लेते हुए कहा कि हरीश रावत लोगों के दिलों में बेशक रहें. इस पर हमने कभी मना नहीं किया है. लेकिन लोकतंत्र में निर्णय बटन दबाकर होते हैं और इस लोकसभा चुनाव में यह बटन भाजपा के पक्ष में दबा है.
हरदा का पलटवार
जिसके बाद एक बार फिर पूर्व सीएम हरीश रावत ने ट्वीट कर कहा कि अच्छा हो मैं लोगों के दिल में ही रहूं. उन्होंने लिखा कि भाजपा वालों के पास तो दिल है ही नहीं, उनके पास तो केवल 56 इंच लंबी जुबान है.
दोनों दिग्गज नेताओं की जुबानी जंग यहीं नहीं थमी. इसके बाद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी पूरी तैयारी के साथ सोशल मीडिया के माध्यम से इस जंग में कूद गये. सीएम त्रिवेंद्र ने हरीश रावत के नाम फेसबुक पर खुला खत लिख डाला.
सीएम त्रिवेंद्र ने लिखा...
आदरणीय Harish Rawat जी,
चुनाव में हार जीत लगी रहती है। लोकतंत्र में जिताना व हराना जनता के हाथ में है. आपने ठीक कहा, कि आप लोगों की जुंबा पर जिंदा हैं, लेकिन किन कामों के लिए जिंदा हैं, इसका अहसास आपको जनता 2017 में करवा चुकी है. लोगों के दिलों में कौन कितना जिंदा रहता है, इस बात का फैसला 23 मई को हो जाएगा.
मैं समझ सकता हूँ, कि आप पर चुनाव का बहुत दबाव रहा होगा इसलिए आपकी जानकारी के लिए बता दूं, मैने प्रदेश के करीब करीब हर कोने में 15 दिन में 60 जनसभाएं की और हर जगह जनता का भऱपूर प्यार और समर्थन मुझे और मेरी पार्टी को मिला.
जहां तक बात अहंकार की है, तो आप मुझे इस बात का जवाब दीजिए कि अहंकारी कौन है, अति आत्मविश्वास से कौन लबरेज था? और ये बात मैं इसलिए कह रहा हूँ कि आपने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष को नैनीताल लोकसभा क्षेत्र में रैली करने तक के लिए नहीं बुलाया। अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष के प्रति इतना अविश्वास क्यों? इसको मैं आपका अति आत्मविश्वास कहूं, या अहंकार? बहरहाल आप भी यह मान चुके हो कि आप के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आने से आपको फायदा कम और नुकसान ज्यादा होता.
जहां तक बात भेंट करने की है, वो हमेशा करते रहेंगे. जहां तक मेरी सरकार के कामों का सवाल है उसका आंकलन भी जनता जनार्दन कर रही है और करेगी.
आपकी बेचैनी मैं समझ सकता हूं. खैर भगवान से मैं आपके स्वस्थ जीवन व दीर्घायु होने की कामना करता हूं.