देहरादून: 66वें फिल्म पुरस्कार में उत्तराखंड को बेस्ट फिल्म फ्रेंडली राज्य का अवॉर्ड मिला है. इसमें कोई दो राय नहीं है कि बीते सालों से उत्तराखंड में बॉलीवुड सहित तमाम फिल्म इंडस्ट्रियों का रुझान अचानक से बड़ा है. राज्य की खूबसूरत वादियों में हिंदी फिल्मों से लेकर तमिल बड़े बजट की फिल्मों की शूटिंग लगातार हो रही है. जैसे ही इस पुरस्कार का ऐलान हुआ, वैसे ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राज्य को पुरस्कार मिलने पर खुशी जाहिर की है.
उन्होंने कहा कि राज्य के लिए यह बेहद ही खुशी का पल है कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के लिए उत्तराखंड को भी चुना गया है. उत्तराखंड में लगातार सरकार की पहल से बड़े बैनर की फिल्मों का निर्माण हो रहा है और यह सब इसलिए संभव हो पाया है क्योंकि सरकार ने सिंगल विंडो सिस्टम के तहत यहां बनने वाली फिल्मों को आसानी से परमिशन और दूसरी तमाम सुविधाएं देने के लिए व्यवस्था अलग से की है.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह ने कहा कि इन्वेस्टर सम्मिट के दौरान उनकी मुलाकात मुंबई में कई बड़ी फिल्मी हस्तियों से हुई थी. जिसके बाद सभी ने उत्तराखंड में फिल्म शूटिंग करने का मन बनाया था. मुख्यमंत्री ने बताया कि आने वाले समय में और भी बड़ी फिल्में उत्तराखंड में शूट होनी हैं.
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सीएम की मानें तो बीते साल उत्तराखंड में छोटी बड़ी फिल्में और सीरियल को मिलाकर 100 से ज्यादा शूटिंग हुईं हैं जिसमें प्रमुख स्टूडेंट ऑफ द ईयर, मीटर चालू बत्ती गुल, परमाणु, कबीर सिंह, बाटला हाउस, केदारनाथ, नरेन्द्र मोदी, डिस्कवरी चैनल पर प्रसारित होने वाला कार्यक्रम Men vs Wild आदि कई बड़े नाम भी शामिल हैं.
सीएम ने बताया कि नई फिल्म नीति में रुपये 1.5 करोड़ तक अनुदान दिये जाने की व्यवस्था है. इसके साथ ही शूटिंग अवधि में पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराया जाना शामिल है. क्षेत्रीय फिल्मों को स्थानीय सिनेमाघरों द्वारा सप्ताह में एक शो अनिवार्य रूप से दिखाया जाना है.
शूटिंग का विवरण
मार्च, 2017 से 31 दिसम्बर, 2017 तक - 40
जनवरी, 2018 से 31 दिसम्बर, 2018 तक - 95
जनवरी, 2019 से 31 जुलाई, 2019 तक - 85