देहरादूनः राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने समस्त प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं दी हैं. साथ ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, संविधान निर्माता बाबा साहब आंबेडकर और सभी महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को नमन किया. वहीं, गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजभवन तिरंगे के रंग में नजर आ रहा है. पूरा राजभवन तिरंगे की लाइट्स में जगमग हो रहा है.
गणतंत्र दिवस पर प्रदेशवासियों के लिए अपना संदेश देते हुए राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने सभी वर्गों और समुदाय के लोगों को आगे बढ़ने के समान अवसर दिए जाने की बात कही. जिससे कि प्रधानमंत्री के आत्म निर्भर भारत अभियान को सफल बनाया जा सके.
गणतंत्र दिवस पर अपना संदेश देते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि यह दिवस स्वाधीनता सेनानियों के त्याग एवं बलिदान का स्मरण भी कराता है. इसके साथ ही यह एक अवसर है, जब हमें देशभक्तों के सपनों को साकार करने और अपने लक्ष्यों के प्रति प्रतिबद्ध होने का संकल्प लेना चाहिए. भारतीय संविधान ने हम सब को एक स्वाधीन लोकतंत्र के नागरिक के रूप में अधिकार प्रदान किए हैं. संविधान के अंतर्गत ही हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम न्याय, स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे के मूलभूत लोकतान्त्रिक आदर्शों के प्रति सदैव प्रतिबद्ध रहें.
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बातें कम काम ज्यादा का मूलमंत्र
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में देश के साथ ही हमारा प्रदेश भी निरंतर विकास की सीढ़ियां चढ़ रहा है. हमने राज्य के विकास और पारदर्शी शासन पर फोकस किया है. हमारी सरकार ने 'बातें कम, काम ज्यादा' के मूलमंत्र को अपनाते हुए अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया है. अपने कार्यकाल की उपलब्धियों को गिनाते हुए सीएम रावत ने कहा कि गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने से लेकर डोबराचांठी पुल, जानकीपुल समेत तमाम बुनियादी सुविधाओं के लोकार्पण किए गए हैं. उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए अनुकूल नीतियां बनाई गईं.
मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार और मुख्यमंत्री स्वरोजगार जैसी योजनाओं से युवाओं को स्वरोजगार के अवसर मुहैया करवाए गए. स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए गांव-गांव में ग्रोथ सेंटर्स की स्थापना की गई. पीएमजीएसवाई के अन्तर्गत राज्य में सड़कों का जाल बिछाया गया. बच्चों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए हर ब्लॉक में दो यानि कुल 190 आदर्श विद्यालय स्थापित किए जा रहे हैं. अटल आयुष्मान योजना के तहत राज्य के हर परिवार को पांच लाख रुपये तक के इलाज की निशुल्क सुविधा मुहैया करवाई गई है.