देहरादून: मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने चमोली की थराली विधानसभा के अंतर्गत आने वाले नंदप्रयाग-घाट क्षेत्र के ग्रामीणों की मांग पूरी की है. सीएम तीरथ सिंह रावत ने नंदप्रयाग-घाट मोटर मार्ग को डेढ़ लेन करने की घोषणा की है. इसके लिए संबंधित विभाग को निर्देश भी जारी हो गए हैं. पदभार संभालने के बाद मुख्यमंत्री ने यह एक अहम फैसला लिया है, जिसकी मांग के लिए स्थानीय ग्रामीण आंदोलन कर रहे थे. इससे पहले शासन ने सड़क को चौड़ा करने के लिए चार करोड़ 40 लाख चार हजार रुपये की धनराशि जारी कर दी थी. इस धनराशि से दो चरणों में 10 किमी सड़क का चौड़ीकरण और सुधारीकरण किया जाएगा.
जनपद चमोली के नंदप्रयाग-घाट क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले करीब 70 गांवों के ग्रामीण अपने विकासखंड की सड़क को डेढ़ लेन करने की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस सड़क से हजारों लोगों के हित जुड़े हैं.
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क्षेत्र की इस मांग को लेकर क्षेत्रीय विधायक मुन्नी देवी शाह ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की और उन्हें स्थिति से अवगत कराया. उन्होंने बातया कि सिंगल लेन सड़क होने के कारण नंदप्रयाग घाट क्षेत्र के ग्रामीणों को भारी परेशानियां उठानी पड़ रही हैं. उन्होंने बताया कि संकरे मार्ग पर दुर्घटनाओं का खतरा रहता है.
क्षेत्र की समस्या पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने समस्या का समाधान कर दिया है. उन्होंने थराली विधानसभा के अंतर्गत आने वाले नंदप्रयाग से घाट बाजार तक की सड़क को डेढ़ लेन करने की घोषणा कर दी है. इसके लिए वित्त एवं नियोजन से लेकर लोक निर्माण विभाग को भी तेजी से काम करने के निर्देश जारी किए गए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके लिये जनता सबसे बढ़कर है. जो जनता चाहेगी और जो जनता के हित में होगा वह किया जाएगा.
क्या है पूरा विवाद
जनपद चमोली के नंद्रप्रयाग घाट क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले करीब 70 गांवों के ग्रामीण अपने विकासखंड की सड़क को डेढ़ लेन करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. सिंगल लेन सड़क होने के कारण नंदप्रयाग-घाट क्षेत्र के ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बेहद संकरे मार्ग पर दुर्घटनाओं की आशंका रहती है. अपनी इसी मांग को लेकर गैरसैंण सत्र के दौरान ग्रामीणों ने विधानसभा घेराव का प्रयास किया था. तब प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने लाठियां भांजी थी और ग्रामीणों की ओर से भी विरोध किया गया था. इस घटना के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मजिट्रेट जांच के आदेश भी दिए थे. वहीं, मुख्यमंत्री बनने के तुरंत बाद तीरथ सिंह रावत ने प्रदर्शन करने वाले आंदोलनकारियों पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने के निर्देश दिए थे.
सड़क चौड़ीकरण की लंबे समय से मांग
वर्तमान में नंदप्रयाग-घाट सिंगल लेन सड़क करीब 19 किलोमीटर की है. इस सड़क को डेढ़ लेन चौड़ी करने की मांग को लेकर ग्रामीण लंबे समय से आंदोलनरत हैं. कर्णप्रयाग और थराली विधानसभा के करीब 70 से अधिक गांवों को जोड़ने वाली इस सड़क को लेकर लोगों को आंदोलन अभी भी जारी है.