ETV Bharat / state

तीरथ ने पलटा त्रिवेंद्र का फैसला, चौड़ी होगी घाट-नंदप्रयाग रोड, मुकदमे भी वापस - widening of ghat nandprayag road

घाट-नंदप्रयाग सड़क चौड़ीकरण की जिस मांग को लेकर त्रिवेंद्र सरकार के दौरान आंदोलनकारियों पर लाठियां भांजी गई थीं, उस मांग को अब तीरथ सरकार पूरा करेगी. सीएम तीरथ सिंह रावत ने घाट-नंदप्रयाग सड़क चौड़ीकरण के काम को जल्द पूरा किए जाने का भरोसा दिलाया है.

uttarakhand
त्रिवेंद्र के फैसले को तीरथ ने पलटा
author img

By

Published : Mar 15, 2021, 2:59 PM IST

देहरादून: गैरसैंण बजट सत्र के दौरान चमोली की घाट-नंदप्रयाग सड़क के चौड़ीकरण की मांग को लेकर जिन आंदोलनकारियों पर लाठीचार्ज किया गया था, उनको लेकर तीरथ सरकार ने बेहद महत्वपूर्ण फैसला लिया है. मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने न केवल आंदोलन कर रहे आंदोलनकारियों पर दर्ज किये गए मुकदमों को वापस लिए जाने का निर्णय लिया है बल्कि सड़क चौड़ीकरण की मांग को भी पूरा करने का फैसला लिया है.

पढ़ें- डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे सरकारी हॉस्पिटल, पहाड़ से मैदान में आने को मजबूर मरीज

बता दें कि यह क्षेत्रीय लोगों की काफी पुरानी मांग है. लंबे समय से स्थानीय लोग इस मांग को लेकर आंदोलन करते आए हैं. गैरसैंण में हाल ही में हुए बजट सत्र के दौरान भी स्थानीय लोगों ने आंदोलन कर सरकार से इस मांग को पूरा करने का मुद्दा उठाया था. हालांकि, इस दौरान पुलिस से हुई झड़प के बाद आंदोलनकारियों पर जमकर लाठियां चलाई गई थीं.

तत्कालीन सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस मामले की मजिस्ट्रियल जांच करने के आदेश दिए थे जो फिलहाल जारी है. इस दौरान कई लोगों पर मुकदमे भी किये गए थे. ऐसे में तीरथ सिंह रावत ने न केवल इन क्षेत्रीय लोगों के मुकदमों को वापस लिए जाने का फैसला किया है, बल्कि उनकी इस पुरानी मांग को पूरा करने का भी निर्णय लिया है.

देहरादून: गैरसैंण बजट सत्र के दौरान चमोली की घाट-नंदप्रयाग सड़क के चौड़ीकरण की मांग को लेकर जिन आंदोलनकारियों पर लाठीचार्ज किया गया था, उनको लेकर तीरथ सरकार ने बेहद महत्वपूर्ण फैसला लिया है. मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने न केवल आंदोलन कर रहे आंदोलनकारियों पर दर्ज किये गए मुकदमों को वापस लिए जाने का निर्णय लिया है बल्कि सड़क चौड़ीकरण की मांग को भी पूरा करने का फैसला लिया है.

पढ़ें- डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे सरकारी हॉस्पिटल, पहाड़ से मैदान में आने को मजबूर मरीज

बता दें कि यह क्षेत्रीय लोगों की काफी पुरानी मांग है. लंबे समय से स्थानीय लोग इस मांग को लेकर आंदोलन करते आए हैं. गैरसैंण में हाल ही में हुए बजट सत्र के दौरान भी स्थानीय लोगों ने आंदोलन कर सरकार से इस मांग को पूरा करने का मुद्दा उठाया था. हालांकि, इस दौरान पुलिस से हुई झड़प के बाद आंदोलनकारियों पर जमकर लाठियां चलाई गई थीं.

तत्कालीन सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस मामले की मजिस्ट्रियल जांच करने के आदेश दिए थे जो फिलहाल जारी है. इस दौरान कई लोगों पर मुकदमे भी किये गए थे. ऐसे में तीरथ सिंह रावत ने न केवल इन क्षेत्रीय लोगों के मुकदमों को वापस लिए जाने का फैसला किया है, बल्कि उनकी इस पुरानी मांग को पूरा करने का भी निर्णय लिया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.