देहरादून: अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना को लेकर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने खुलासा करते हुए बताया कि प्रदेश में हर नागरिक को स्वास्थ्य इंश्योरेंस देने के कारण प्राइवेट प्रैक्टिशनर ने कोर्ट में पीआईएल दाखिल करने की बात कही है. साथ ही प्राइवेट प्रैक्टिशनर्स का कहना है कि राज्य सरकार ने प्रत्येक नागरिक को इसका लाभ देकर ठीक नहीं किया है.
अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के ड्रीम योजनाओं में से एक है. यही नहीं, केंद्र की मोदी सरकार जहां प्रधानमंत्री अटल आयुष्मान योजना का लाभ बीपीएल परिवारो को दे रही है. वहीं, त्रिवेंद्र सरकार प्रदेश में बीपीएल परिवारों के साथ-साथ प्रत्येक नागरिक को इस योजना का लाभ दिया जा रहा है.
अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना, उत्तराखंड में लांच होने के बाद ही देश का पहला राज्य बना, जिसने प्रदेश वासियों को योजना के माध्यम से स्वास्थ्य कवच के तहत कवर किया. इस योजना से प्रदेश के लाखों परिवार लाभान्वित हुए है. सीएम ने खुलासा किया कि योजना को ठप करने की साजिश चल रही है, योजना को विफल साबित करने के लिए कुछ लोग कोर्ट जाने की तैयारी में है.
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साथ ही सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पूर्व मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य सरकार ने अटल आयुष्मान योजना पूरे उत्तराखंड को दे दी है. लेकिन, पूर्व सीएम हरीश रावत का मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना थी, वो बहुत जटिल थी. लिहाजा बहुत कम लोगों को ही फायदा हुआ था. लेकिन आज कोई जटिलता नहीं है, बस अस्पताल जाकर अपना कार्ड दिखाना है.
साथ ही सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि इंश्योरेंस में तमाम तरह की दिक्कतें होती थी, इसी वजह से राज्य सरकार इसको ट्रस्ट मोड पर लाई है, जिससे इलाज का सीधा पैसा हॉस्पिटल के एकाउंट में चला जाए और मरीज को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होती है.