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बाल दिवस पर बच्चों से रूबरू हुए सीएम धामी, बच्चों ने मुख्यमंत्री को मामा कहकर पुकारा

राष्ट्रीय बाल दिवस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य स्तरीय परामर्श बैठक एवं चिल्ड्रन चैंपियन अवार्ड कार्यक्रम में प्रतिभाग किया. इस मौके पर सीएम धामी बच्चों से रूबरू हुए. बच्चों ने भी मुख्यमंत्री को मामा कह कर संबोधित किया. सीएम धामी ने बच्चों से आह्वान किया कि वे जीवन में हर समय उत्साह और उमंग में रहें.

Childrens Day 2022
बाल दिवस पर बच्चों से रूबरू हुए सीएम धामी
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Published : Nov 14, 2022, 9:31 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में बाल दिवस 2022 धूमधाम से मनाया गया. इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग की ओर से आयोजित राज्य स्तरीय परामर्श बैठक एवं चिल्ड्रन चैंपियन अवार्ड कार्यक्रम में प्रतिभाग किया. इस सीएम धामी ने बाल संरक्षण एवं बाल विकास के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाली संस्थाओं और व्यक्तियों को पुरस्कार वितरित किया.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि निराश्रितों और बेसहारा बच्चों को सहायता एवं सहयोग के लिए अपनी व्यस्तता के बावजूद समय निकालना वास्तव में मानवता की बड़ी सेवा है. अपने सिवा दूसरों की चिंता करने वालों पर ईश्वर की भी कृपा रहती है. उन्होंने कहा कि ऐसे लोग समाज को प्रेरणा के साथ दिशा देने का भी कार्य करते हैं. मुख्यमंत्री ने समाज हित में कार्यों में संलग्न अनाम लोगों को भी समाज पहचान दिलाये जाने की जरूरत बताई.

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वात्सल्य योजना का जिक्र करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के दौरान अपने माता पिता एवं अभिभावकों को खोने वाले बच्चों के लिए राज्य सरकार की ओर से मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना (Mukhyamantri Vatsalya Yojana) की घोषणा इसी स्थान से की थी. तब हमने प्रार्थना की थी कि यह योजना लंबी न चले, प्रदेश में कोई बच्चा अनाथ न हो. वो समय बहुत ही दुखदायी रहा है.

मुख्यमंत्री ने वात्सल्य योजना से आच्छादित बच्चों से भी भेंट की और बच्चों ने मुख्यमंत्री को मामा कह कर संबोधित किया. उन्होंने बच्चों से आह्वान किया कि वे जीवन में हर समय उत्साह और उमंग में रहें. शिक्षा व संस्कार देने वाले शिक्षक का सम्मान करें, जो काम करें पूरे मनोयोग से करें. हर क्षेत्र में सदैव आगे रहने का प्रयास करें और नई ऊर्जा के साथ जीवन में आगे बढ़ने का प्रयास करें.
ये भी पढ़ेंः श्रीनगर मेडिकल कॉलेज रैंगिग मामला, तीन महीने के लिए 7 छात्र निलंबित, हॉस्टल से भी निकाला गया

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में देश के अंदर लोकहित के कार्यों को सर्वाधिक महत्व दिया जा रहा है. कोरोना की दो-दो वैक्सीन एक साल के अंदर तैयार कर देशवासियों को ही नहीं विश्व के कई देशों को उपलब्ध कराई है. इस वैक्सीन ने हमें जीवनदान दिया है. पोलियो का टीका बनाने में देश में 15 साल लगे. पिछले आठ सालों के कालखंड में समर्थ, समरस एवं शक्तिशाली भारत का निर्माण प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हुआ है.

सीएम धामी ने आगे कहा कि हमारा देश तेजी से विकास की राह पर चल रहा है. हमारी इकोनॉमी 5वें नंबर पर है. 2047 तक भारत नंबर वन इकोनॉमी वाला देश बनने की राह पर अग्रसर है. आज दुनिया के देश भारत की ओर देख रहे हैं. यूक्रेन युद्ध इसका उदाहरण है, इस युद्ध के दौरान भारतीय छात्रों के साथ कई अन्य देशों के छात्र भी भारतीय तिरंगे के साथ वहां से सुरक्षित निकले हैं. आजादी व अमृत काल में भारत दुनिया का नेतृत्व करने वालों के रूप में जाना जाएगा.

रेखा आर्य ने भी मनाया बाल दिवस: वहीं, बाल दिवस के अवसर पर परेड ग्राउंड में बालक एवं बालिका निकेतन के बच्चों की खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. आयोजित 'खेलेगा बचपन तो बढ़ेगा बचपन' कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंची खेल मंत्री रेखा आर्य ने खेलकर बच्चों का हौसला बढ़ाया. उन्होंने कहा कि खेल हमारे जीवन का आवश्यक हिस्सा है.

स्वस्थ शरीर और दिमाग को विकसित करने के लिए खेल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. खेल कई प्रकार के होते हैं, जो हमारे शारीरिक के साथ मानसिक विकास में मदद करते हैं. उन्होंने कहा कि लगातार पढ़ाई के दौरान कई बार तनाव की स्थिति होती है, ऐसे में खेल इस तनाव को दूर करने का बेहतर माध्यम है, जिस तरह दिमाग का सही विकास के लिए शिक्षा जरूरी है.

देहरादून: उत्तराखंड में बाल दिवस 2022 धूमधाम से मनाया गया. इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग की ओर से आयोजित राज्य स्तरीय परामर्श बैठक एवं चिल्ड्रन चैंपियन अवार्ड कार्यक्रम में प्रतिभाग किया. इस सीएम धामी ने बाल संरक्षण एवं बाल विकास के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाली संस्थाओं और व्यक्तियों को पुरस्कार वितरित किया.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि निराश्रितों और बेसहारा बच्चों को सहायता एवं सहयोग के लिए अपनी व्यस्तता के बावजूद समय निकालना वास्तव में मानवता की बड़ी सेवा है. अपने सिवा दूसरों की चिंता करने वालों पर ईश्वर की भी कृपा रहती है. उन्होंने कहा कि ऐसे लोग समाज को प्रेरणा के साथ दिशा देने का भी कार्य करते हैं. मुख्यमंत्री ने समाज हित में कार्यों में संलग्न अनाम लोगों को भी समाज पहचान दिलाये जाने की जरूरत बताई.

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वात्सल्य योजना का जिक्र करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के दौरान अपने माता पिता एवं अभिभावकों को खोने वाले बच्चों के लिए राज्य सरकार की ओर से मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना (Mukhyamantri Vatsalya Yojana) की घोषणा इसी स्थान से की थी. तब हमने प्रार्थना की थी कि यह योजना लंबी न चले, प्रदेश में कोई बच्चा अनाथ न हो. वो समय बहुत ही दुखदायी रहा है.

मुख्यमंत्री ने वात्सल्य योजना से आच्छादित बच्चों से भी भेंट की और बच्चों ने मुख्यमंत्री को मामा कह कर संबोधित किया. उन्होंने बच्चों से आह्वान किया कि वे जीवन में हर समय उत्साह और उमंग में रहें. शिक्षा व संस्कार देने वाले शिक्षक का सम्मान करें, जो काम करें पूरे मनोयोग से करें. हर क्षेत्र में सदैव आगे रहने का प्रयास करें और नई ऊर्जा के साथ जीवन में आगे बढ़ने का प्रयास करें.
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मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में देश के अंदर लोकहित के कार्यों को सर्वाधिक महत्व दिया जा रहा है. कोरोना की दो-दो वैक्सीन एक साल के अंदर तैयार कर देशवासियों को ही नहीं विश्व के कई देशों को उपलब्ध कराई है. इस वैक्सीन ने हमें जीवनदान दिया है. पोलियो का टीका बनाने में देश में 15 साल लगे. पिछले आठ सालों के कालखंड में समर्थ, समरस एवं शक्तिशाली भारत का निर्माण प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हुआ है.

सीएम धामी ने आगे कहा कि हमारा देश तेजी से विकास की राह पर चल रहा है. हमारी इकोनॉमी 5वें नंबर पर है. 2047 तक भारत नंबर वन इकोनॉमी वाला देश बनने की राह पर अग्रसर है. आज दुनिया के देश भारत की ओर देख रहे हैं. यूक्रेन युद्ध इसका उदाहरण है, इस युद्ध के दौरान भारतीय छात्रों के साथ कई अन्य देशों के छात्र भी भारतीय तिरंगे के साथ वहां से सुरक्षित निकले हैं. आजादी व अमृत काल में भारत दुनिया का नेतृत्व करने वालों के रूप में जाना जाएगा.

रेखा आर्य ने भी मनाया बाल दिवस: वहीं, बाल दिवस के अवसर पर परेड ग्राउंड में बालक एवं बालिका निकेतन के बच्चों की खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. आयोजित 'खेलेगा बचपन तो बढ़ेगा बचपन' कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंची खेल मंत्री रेखा आर्य ने खेलकर बच्चों का हौसला बढ़ाया. उन्होंने कहा कि खेल हमारे जीवन का आवश्यक हिस्सा है.

स्वस्थ शरीर और दिमाग को विकसित करने के लिए खेल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. खेल कई प्रकार के होते हैं, जो हमारे शारीरिक के साथ मानसिक विकास में मदद करते हैं. उन्होंने कहा कि लगातार पढ़ाई के दौरान कई बार तनाव की स्थिति होती है, ऐसे में खेल इस तनाव को दूर करने का बेहतर माध्यम है, जिस तरह दिमाग का सही विकास के लिए शिक्षा जरूरी है.

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