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अफगानिस्तान में फंसे अपनों के लिए धामी सरकार चिंतित, विदेश मंत्रालय से ले रही पल-पल का अपडेट

अफगानिस्तान में फंसे उत्तराखंड लोगों को लेकर धामी सरकार काफी चिंतित है. यहीं कारण है कि उत्तराखंड शासन के अधिकारी लगातार विदेश मंत्रालय के संपर्क में हैं. वे अफगानिस्तान से जुड़ी हर अपडेट ले रहे हैं. इसे मुख्यमंत्री ने फंसे हुए लोगों के परिजनों से उनके नंबर भी मांगे हैं, ताकि अफगानिस्तान में उनकी हर संभव मदद की जा सके.

धामी सरकार
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Published : Aug 21, 2021, 10:29 PM IST

देहरादून: अफगानिस्तान में तालिबानी हुकूमत के बाद वहां पर रोज हालत बिगड़ते जा रहे है. सैकड़ों भारतीय अफगानिस्तान में फंसे हुए हैं, उनमें बड़ी संख्या में उत्तराखंड के लोग भी हैं. ऐसे में उत्तराखंड सरकार ने अफगानिस्तान में फंसे उत्तराखंडियों को निकालने के लिए कोशिशें तेज कर दी है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मामले में खुद अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए हैं.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली स्थित उत्तराखंड के स्थानिक आयुक्त को अफगानिस्तान से वापिस आने वाले उत्तराखंडवासियों के संदर्भ में भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के निरंतर सम्पर्क में रहने के निर्देश दिये हैं. मुख्यमंत्री ने स्थानिक आयुक्त को अफगानिस्तान से लौटने वाले उत्तराखंड के लोगों को नि:शुल्क उत्तराखंड पहुंचाए जाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये हैं. ऐसे लोगों की सूची स्थानिक आयुक्त कार्यालय को उपलब्ध करा दी गई है.

पढ़ें- फिल्मी कहानी जैसी है दून के अजय छेत्री की वापसी, 60 हजार डॉलर देने पर तालिबानियों ने बख्शी जान

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अफगानिस्तान से जो हमारे उत्तराखंड के लोग वापस लाए जाने हैं, उनके परिवारवालों से यह निवेदन है कि उन लोगों के अफ़ग़ानिस्तान के दूरभाष नम्बर उपलब्ध करा दें, ताकि उनसे सम्पर्क किया जा सके. ये जानकारी 112 नम्बर पर उपलब्ध करा सकते हैं.

बता दें कि अफगानिस्तान में फंसे उत्तराखंड के कुछ लोगों ने वीडियो बनाकर भारत और उत्तराखंड सरकार से मदद की गुहार लगाई थी. उन्होंने सरकार से वतन वापसी के लिए अपील की थी. इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था. वहीं अफगानिस्तान में फंसे लोगों के परिजनों से भी बात की थी. ईटीवी भारत की खबर का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय ने ईटीवी भारत से संपर्क किया और पीड़ित परिवारों की जानकारी मांगी थी.

पढ़ें- 'अमेरिकी ट्रेनिंग नहीं आई काम, हजारों तालिबान के सामने तीन लाख अफगान फौजियों ने टेके घुटने'

गौरतलब हो कि 15 अगस्त को तालिबानियों ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जा कर लिया है. इसके बाद पूरे देश में तालिबानियों की हुकूमत हो गई. तालिबान के शासन से वहां पर लोग काफी डरे हुए हैं. भारत सरकार भी 15 अगस्त से अफगानिस्तान में फंसे भारतियों को निकालने में लगा हुआ है. अभी तक 400 से ज्यादा लोगों को वहां से बचा कर वतन वापस लाया गया है. वहीं काबुल में फंसे अपने नागरिकों को निकालने के लिए भारत सरकार ने रोजाना दो उड़ानें संचालित करने का फैसला लिया है.

देहरादून: अफगानिस्तान में तालिबानी हुकूमत के बाद वहां पर रोज हालत बिगड़ते जा रहे है. सैकड़ों भारतीय अफगानिस्तान में फंसे हुए हैं, उनमें बड़ी संख्या में उत्तराखंड के लोग भी हैं. ऐसे में उत्तराखंड सरकार ने अफगानिस्तान में फंसे उत्तराखंडियों को निकालने के लिए कोशिशें तेज कर दी है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मामले में खुद अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए हैं.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली स्थित उत्तराखंड के स्थानिक आयुक्त को अफगानिस्तान से वापिस आने वाले उत्तराखंडवासियों के संदर्भ में भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के निरंतर सम्पर्क में रहने के निर्देश दिये हैं. मुख्यमंत्री ने स्थानिक आयुक्त को अफगानिस्तान से लौटने वाले उत्तराखंड के लोगों को नि:शुल्क उत्तराखंड पहुंचाए जाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये हैं. ऐसे लोगों की सूची स्थानिक आयुक्त कार्यालय को उपलब्ध करा दी गई है.

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अफगानिस्तान से जो हमारे उत्तराखंड के लोग वापस लाए जाने हैं, उनके परिवारवालों से यह निवेदन है कि उन लोगों के अफ़ग़ानिस्तान के दूरभाष नम्बर उपलब्ध करा दें, ताकि उनसे सम्पर्क किया जा सके. ये जानकारी 112 नम्बर पर उपलब्ध करा सकते हैं.

बता दें कि अफगानिस्तान में फंसे उत्तराखंड के कुछ लोगों ने वीडियो बनाकर भारत और उत्तराखंड सरकार से मदद की गुहार लगाई थी. उन्होंने सरकार से वतन वापसी के लिए अपील की थी. इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था. वहीं अफगानिस्तान में फंसे लोगों के परिजनों से भी बात की थी. ईटीवी भारत की खबर का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय ने ईटीवी भारत से संपर्क किया और पीड़ित परिवारों की जानकारी मांगी थी.

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गौरतलब हो कि 15 अगस्त को तालिबानियों ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जा कर लिया है. इसके बाद पूरे देश में तालिबानियों की हुकूमत हो गई. तालिबान के शासन से वहां पर लोग काफी डरे हुए हैं. भारत सरकार भी 15 अगस्त से अफगानिस्तान में फंसे भारतियों को निकालने में लगा हुआ है. अभी तक 400 से ज्यादा लोगों को वहां से बचा कर वतन वापस लाया गया है. वहीं काबुल में फंसे अपने नागरिकों को निकालने के लिए भारत सरकार ने रोजाना दो उड़ानें संचालित करने का फैसला लिया है.

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