देहरादूनः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के जरिए देशभर के छात्रों से संवाद किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कई छात्रों से चर्चा कर उनकी समस्याओं के समाधान के मंत्र दिए. उत्तराखंड के विभिन्न विद्यालयों में भी छात्रों ने वर्चुअली पीएम मोदी का संबोधन सुना. खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून के राजीव गांधी नवोदय विद्यालय रायपुर में परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में वर्चुअल प्रतिभाग किया.
बता दें कि परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम आज दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित किया गया था. परीक्षा पे चर्चा का ये पांचवां एडिशन था. इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए 15 लाख से अधिक छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था. कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्रों को बताया कि किस तरह से परीक्षा के दबाव को कम किया जाए?
पीएम मोदी ने कहा कि मन में तय कर लीजिए कि परीक्षा जीवन का सहज हिस्सा है. हमारी विकास यात्रा के ये छोटे-छोटे पड़ाव हैं. इस पड़ाव से पहले भी हम गुजर चुके हैं. पहले भी हम कई बार परीक्षा दे चुके हैं. जब ये विश्वास पैदा हो जाता है तो आने वाले एग्जाम के लिए ये अनुभव आपकी ताकत बन जाता है. मेरा आपसे आग्रह है कि आप किसी दबाव में मत रहिए. जितनी सहज दिनचर्या आपकी रहती है, उसी सहज दिनचर्या में आप अपने आने वाले परीक्षा के समय को भी बिताइए.
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परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी छात्रों के साथ वर्चुअली शामिल हुए. देहरादून के रायपुर स्थित नवोदय विद्यालय में हुए इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत भी शामिल रहे. कई घंटों तक चले इस कार्यक्रम को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने पूरी तन्मयता के साथ सुना.
सीएम पुष्कर धामी ने अपने संबोधन में कहा कि छात्र-छात्राओं के जीवन का यह समय बेहद ऊर्जावान और कुछ कर गुजरने वाला होता है. इस समय छात्र अपनी ऊर्जा को अगर सही दिशा देने में शामिल होता है तो वो जीवन में अपने लक्ष्य को हासिल करता है. इस तरह के राष्ट्रीय कार्यक्रम से पूरे देशभर में एक माहौल सा बनता है. जहां पिछले 2 सालों से कोरोना महामारी से शिक्षा के क्षेत्र में परिपाटी बाधित हुई है. ऐसे में शिक्षा के क्षेत्र को उसी तेज गति से आगे बढ़ाने के लिए इस तरह के कार्यक्रम कारगर साबित होंगे.
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उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने परीक्षा पे चर्चा के माध्यम से छात्रों को तनाव मुक्ति, आत्मविश्वास बढ़ाने, एकाग्रचित मन के लिए प्रेरित किया है. यह छात्रों के मनोबल को ऊंचाईयों तक पहुंचाता है. इसके अलावा सीएम धामी ने बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले प्रदेश के सभी छात्रों को शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि छात्रों के मन में परीक्षा के तनाव का वातावरण न हो और आत्मविश्वास हो तो उसके बहुत अच्छे परिणाम मिलेंगे.
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अनुशासन का होना जरूरी है. बच्चे, माता-पिता एवं गुरुजनों का अनुसरण सबसे अधिक करते हैं. बच्चों की प्रतिभा को उजागर करने में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है. उन्होंने छात्रों को प्रेरणा दी कि बेहतर कार्य करने के लिए मन में उत्साह होना चाहिए. यदि मन में उत्साह हो तो कार्य के प्रति ऊर्जा स्वतः ही आ जाती है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बच्चों की हर जिज्ञासा का समाधान किया. प्रधानमंत्री ने बच्चों की जिज्ञासा के समाधान का अच्छा मंत्र बताया कि ऑनलाइन या ऑफलाइन शिक्षण माध्यम समस्या नहीं, बल्कि मन समस्या है. यदि किसी कार्य के लिए हमारा मन एकाग्र है, तो वह कार्य सफलतापूर्वक पूरा होता है. नई शिक्षा नीति में छात्रों के कौशल विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. प्रधानमंत्री के प्रयासों से नई शिक्षा नीति छात्रों को नए रास्ते पर जाने का सम्मान के साथ अवसर दे रही है.