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गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने की पहली वर्षगांठ, CM ने दी बधाई - मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत

गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने की आज पहली वर्षगांठ है. आज ही के दिन साल 2020 में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया था.

Dehradun Summer Capital Gairsain
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Published : Mar 4, 2021, 3:12 PM IST

देहरादून: गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने की प्रथम वर्षगांठ पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को पुष्पगुच्छ भेंट किया. इस दौरान उन्होंने सीएम का आभार व्यक्त करते हुए शुभकामनाएं भी दीं.

राज्य आंदोलन की मूल भावना के साथ गैरसैंण को राजधानी बनाने की दिशा में मौजूदा त्रिवेंद्र सरकार ने आज से ठीक एक साल पहले 4 मार्च 2020 को गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की घोषणा की थी, जिसकी आज पहली वर्षगांठ है. इस मौके पर प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों का सपना था कि अलग उत्तराखंड राज्य का निर्माण हो और राज्य की राजधानी गैरसैंण हो. उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री की पहल पर विगत वर्ष गैरसैंण को विधिवत ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया गया था.

पढ़ें- आज बजट पेश करेगी त्रिवेंद्र सरकार, बड़ी घोषणाओं पर रहेगी सबकी नजर

प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित होने के बाद मुख्यमंत्री गैरसैंण में आधारभूत सुविधाएं जुटाने के लिए प्रयासरत हैं. साथ ही कार्य योजना तैयार कर गैरसैंण में तमाम सुविधाओं को विकसित करने की दिशा में अग्रसर है. अग्रवाल ने कहा कि यह सुखद एहसास है कि आज हम ग्रीष्मकालीन राजधानी की प्रथम वर्षगांठ गैरसैंण में ही मना रहे हैं.

देहरादून: गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने की प्रथम वर्षगांठ पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को पुष्पगुच्छ भेंट किया. इस दौरान उन्होंने सीएम का आभार व्यक्त करते हुए शुभकामनाएं भी दीं.

राज्य आंदोलन की मूल भावना के साथ गैरसैंण को राजधानी बनाने की दिशा में मौजूदा त्रिवेंद्र सरकार ने आज से ठीक एक साल पहले 4 मार्च 2020 को गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की घोषणा की थी, जिसकी आज पहली वर्षगांठ है. इस मौके पर प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों का सपना था कि अलग उत्तराखंड राज्य का निर्माण हो और राज्य की राजधानी गैरसैंण हो. उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री की पहल पर विगत वर्ष गैरसैंण को विधिवत ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया गया था.

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प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित होने के बाद मुख्यमंत्री गैरसैंण में आधारभूत सुविधाएं जुटाने के लिए प्रयासरत हैं. साथ ही कार्य योजना तैयार कर गैरसैंण में तमाम सुविधाओं को विकसित करने की दिशा में अग्रसर है. अग्रवाल ने कहा कि यह सुखद एहसास है कि आज हम ग्रीष्मकालीन राजधानी की प्रथम वर्षगांठ गैरसैंण में ही मना रहे हैं.

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