देहरादून: सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की संस्कृति को संरक्षित करने एवं संवारने का काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि आपदा के बाद केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण हुआ है. संपूर्ण परिसर में विभिन्न विकास कार्यों का निर्माण कार्य चल रहा है. गौरीकुंड से केदारनाथ तक के रोपवे का शिलान्यास भी हो चुका है. साथ ही बदरीनाथ धाम के भव्य निर्माण हेतु मास्टर प्लान बन कर तैयार हो गया है.
पीएम मोदी के नेतृत्व में संवर रही संस्कृति: सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने केदारनाथ धाम की पावन भूमि से 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का बताया था, जिसके परिणाम अब दिखने लगे हैं. इस बार चारधाम यात्रा में अभी तक 46 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने यात्रा की है. मां गंगा एवं बाबा केदार के आशीर्वाद से यात्रा सुगम एवं सुरक्षित रही. साथ ही कांवड़ यात्रा के दौरान करीब 4 करोड़ कांवड़िए शिव भक्त उत्तराखंड आए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है. उन्होंने कहा कि हम केंद्र सरकार के सहयोग से उत्तराखंड के पौराणिक मंदिरों को पुनः संवारने का कार्य कर रहे हैं.
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केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों की डेडलाइन: सीएम धामी ने कहा कि हमने केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों के लिए दिसंबर 2023 की डेडलाइन तय की है. 2013 की आपदा के बाद बाबा केदार का परिसर क्षतिग्रस्त हो गया था. इसका पुनर्निर्माण कार्य चल रहा है. हमने धाम के पुनर्निर्माण और निर्माण कार्यों के लिए दिसंबर 2023 की समय सीमा तय की है.
30 हजार पदों पर होगी भर्ती: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारी सरकार युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों से रिक्त पड़े पदों की सूची मांगी गई है, ताकि जल्द से जल्द भर्ती कराई जा सके. उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों में रिक्त पड़े करीब 30 हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रतिभावान युवाओं को आगे आने का मौका मिले एवं योग्यता के आधार पर नौकरी मिले ऐसे में हम निष्पक्ष परीक्षाओं हेतु जल्द ही उत्तराखंड में सख्त अध्यादेश लाएंगे.
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गढ़ कौथिग मेले में पहुंचे सीएम धामी: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को गढ़ भवन बेल रोड क्लेमेंटाउन देहरादून में गढ़वाल भातृ मंडल संस्था द्वारा आयोजित 'गढ़ कौथिग मेला-2022' में प्रतिभाग किया. इस अवसर पर उन्होंने 'समलौंण' नामक पुस्तक का विमोचन भी किया. इस अवसर पर सीएम ने कहा कि हमारा राज्य कल्चरल हब एवं विश्व की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक राजधानी बने इसके लिए हमारी सरकार कार्यरत है.
मेलों के संरक्षण से संस्कृति का संरक्षण संभव: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गढ़वाल भातृ मंडल संस्था के सदस्यों को भव्य कार्यक्रम हेतु शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस तरह के मेले एवं कार्यक्रमों से युवा पीढ़ी को लोक संस्कृति गायन और नृत्य के बारे में पता चलता है. उन्होंने युवाओं से अनुरोध किया कि हमें अपने पूर्वजों से अपनी संस्कृति सभ्यताओं के बारे में जानना चाहिए. साथ ही उसे विरासत के तौर पर आगे बढ़ाना चाहिए. उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक मेले हमारी परंपराओं को जीवित रखते हैं. उनके संरक्षण से ही हम अपनी संस्कृति का संरक्षण भी करते हैं. उन्होंने कहा कि इस बार पूरे राज्य में इगास त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया गया. ऐसे ही प्रयासों से निश्चित रूप से हमारी संस्कृति पीढ़ी दर पीढ़ी हस्तांतरित होगी.
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विश्व की सांस्कृतिक राजधानी बनेगा उत्तराखंड: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारा राज्य प्राकृतिक सौंदर्य, जंगल मैदान पर्वतों से भरपूर है. यह राज्य विभिन्न संस्कृति एवं सभ्यताओं से बना है. उन्होंने कहा कि हमारा राज्य कल्चरल हब एवं विश्व की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक राजधानी बने इसके लिए हमारी सरकार कार्यरत है.
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