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हाउस टैक्स वृद्धि को लेकर लोगों ने जताया विरोध, महापौर को सौंपा ज्ञापन

ऋषिकेश नगर निगम द्वारा हाउस टैक्स में की गई बेतहाशा वृद्धि से नागरिकों में भारी आक्रोश है. निगम द्वारा सेल्फ एसेसमेंट के फॉर्म बांटे जा रहे हैं जिसमें वर्ग फुट के आधार पर घर की नपाई करने के बाद टैक्स भरना होगा.

ऋषिकेश नगर निगम
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Published : Nov 15, 2019, 11:21 AM IST

Updated : Nov 15, 2019, 11:59 AM IST

ऋषिकेशः नगर निगम द्वारा हाउस टैक्स में की गई वृद्धि से लोगों में खासा आक्रोश है. हाउस टैक्स में वृद्धि के बाद जनता नगर निगम से टैक्स में कटौती करने की मांग कर रही है. वार्ड नंबर 20 की पार्षद उमा राणा जनता के साथ नगर निगम में टैक्स में कटौती के लिए महापौर को ज्ञापन सौंपा. स्थानीय जनता के साथ नगर निगम पहुंची पार्षद उमा राणा ने बताया कि इन दिनों संपत्ति कर सेल्फ एसेसमेंट पत्र बांटे जा रहे हैं जिसमें 12 मीटर सड़क निर्धारण पर 1.30 रुपए प्रति वर्गफुट निर्धारित किया गया है, जोकि गंगानगर क्षेत्रवासियों के लिए अत्यधिक है.

उन्होंने आगे कहा कि यहां पर बड़ी से बड़ी सड़क भी पांच-छह मीटर की है और 90 प्रतिशत सड़कें तीन से चार मीटर की है. साथ ही इस क्षेत्र में सभी मध्यवर्गीय परिवार निवास करते हैं. निगम द्वारा निर्धारित दरों पर भवन कर भरने में असमर्थ हैं, इसलिए इन दरों पर पुनर्विचार करते हुए इनको 50 से 60 प्रतिशत तक कम किया जाना अति आवश्यक है.

यह भी पढ़ेंः देहरादून: पेट्रोल और डीजल के रेट में मामूली इजाफा, प्रदेश के इन जिलों में ये है रेट

ऋषिकेश नगर निगम क्षेत्र में नए हाउस टैक्स दरों को लेकर लगातार यहां की जनता में असमंजस की स्थिति बनी हुई है. निगम द्वारा क्षेत्र में सेल्फ एसेसमेंट के फॉर्म बांटे जा रहे हैं, जिसमें वर्ग फुट के आधार पर घर की नपाई करने के बाद टैक्स भरना होगा. जानकारों की मानें तो पूर्व के मुकाबले अब हाउस टैक्स कई गुना बढ़ जाएगा यही कारण है कि नगर निगम को टैक्स में कटौती करने की आवश्यकता है, ताकि जनता पर अतिरिक्त बोझ न पड़े.

ऋषिकेशः नगर निगम द्वारा हाउस टैक्स में की गई वृद्धि से लोगों में खासा आक्रोश है. हाउस टैक्स में वृद्धि के बाद जनता नगर निगम से टैक्स में कटौती करने की मांग कर रही है. वार्ड नंबर 20 की पार्षद उमा राणा जनता के साथ नगर निगम में टैक्स में कटौती के लिए महापौर को ज्ञापन सौंपा. स्थानीय जनता के साथ नगर निगम पहुंची पार्षद उमा राणा ने बताया कि इन दिनों संपत्ति कर सेल्फ एसेसमेंट पत्र बांटे जा रहे हैं जिसमें 12 मीटर सड़क निर्धारण पर 1.30 रुपए प्रति वर्गफुट निर्धारित किया गया है, जोकि गंगानगर क्षेत्रवासियों के लिए अत्यधिक है.

उन्होंने आगे कहा कि यहां पर बड़ी से बड़ी सड़क भी पांच-छह मीटर की है और 90 प्रतिशत सड़कें तीन से चार मीटर की है. साथ ही इस क्षेत्र में सभी मध्यवर्गीय परिवार निवास करते हैं. निगम द्वारा निर्धारित दरों पर भवन कर भरने में असमर्थ हैं, इसलिए इन दरों पर पुनर्विचार करते हुए इनको 50 से 60 प्रतिशत तक कम किया जाना अति आवश्यक है.

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ऋषिकेश नगर निगम क्षेत्र में नए हाउस टैक्स दरों को लेकर लगातार यहां की जनता में असमंजस की स्थिति बनी हुई है. निगम द्वारा क्षेत्र में सेल्फ एसेसमेंट के फॉर्म बांटे जा रहे हैं, जिसमें वर्ग फुट के आधार पर घर की नपाई करने के बाद टैक्स भरना होगा. जानकारों की मानें तो पूर्व के मुकाबले अब हाउस टैक्स कई गुना बढ़ जाएगा यही कारण है कि नगर निगम को टैक्स में कटौती करने की आवश्यकता है, ताकि जनता पर अतिरिक्त बोझ न पड़े.

Intro:ऋषिकेश-- नगर निगम के द्वारा ऋषिकेश में हाउस टैक्स वृद्धि को लेकर लोगों में खासा आक्रोश है हाउस टैक्स में वृद्धि के बाद जनता नगर निगम से टैक्स में कटौती करने की मांग कर रही है आज वार्ड नंबर 20 पार्षद उमा राणा जनता के साथ नगर निगम पहुंचकर टैक्स में कटौती के लिए महापौर को ज्ञापन सौंपा।


Body:वी/ओ-- स्थानीय जनता के साथ नगर निगम पहुंची पार्षद उमा राणा ने बताया कि इन दिनों संपत्ति कर सेल्फ एसेसमेंट पत्र बांटे जा रहे हैं जिसमें 12 मीटर सड़क निर्धारण पर 1.30 रुपए प्रति वर्ग फुट निर्धारित किया गया है जो कि गंगानगर क्षेत्र वासियों के लिए अत्यधिक है यहां पर बड़ी से बड़ी सड़क भी पांचवा 6 मीटर की है और 90 प्रतिशत सड़कें 3 से 4 मीटर की है साथ ही इस क्षेत्र में सभी मध्यवर्गीय परिवार निवास करते हैं निगम द्वारा निर्धारित दरों पर भवन कर भरने में असमर्थ हैं इसलिए इन दरों पर पुनर्विचार करते हुए इनको 50 से 60 प्रतिशत तक कम किया जाना अति आवश्यक है।


Conclusion:वी/ओ-- ऋषिकेश नगर निगम क्षेत्र में नए हाउस टैक्स दरों को लेकर लगातार यहां की जनता में असमंजस की स्थिति बनी हुई है निगम के द्वारा क्षेत्र में सेल्फ एसेसमेंट के फॉर्म बांटे जा रहे हैं जिसमें वर्ग फुट के आधार पर घर की नपाई करने के बाद टैक्स भरना होगा जानकारों की माने तो पूर्व के मुकाबले अब हाउस टैक्स कई गुना बढ़ जाएगा यही कारण है कि नगर निगम को टैक्स में कटौती करने की आवश्यकता है ताकि जनता पर अतिरिक्त भार ना पड़े।
Last Updated : Nov 15, 2019, 11:59 AM IST
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