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मुख्यमंत्री राज्य कृषि विकास योजना की समीक्षा बैठक, मुख्य सचिव ने दिए ये निर्देश

मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने सचिवालय में बैठक की. इस दौरान उन्होंने ऐसी योजना प्रस्तावित करने के निर्देश दिए, जो समयबद्धता से पूर्ण हो और जिसका लाभ तुरंत पात्र लाभार्थियों को मिल सके. इसके साथ ही उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को सूक्ष्म एवं दूरगामी कार्य योजना बनाने के निर्देश भी दिये.

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मुख्यमंत्री राज्य कृषि विकास योजना पर मुख्य सचिव ने ली बैठक.
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Published : Aug 18, 2020, 2:46 PM IST

Updated : Aug 18, 2020, 3:13 PM IST

देहरादून: मुख्य सचिव ओम प्रकाश की अध्यक्षता में सचिवालय में मुख्यमंत्री राज्य कृषि विकास योजना में कृषि एवं उससे सम्बद्ध योजनाओं को स्वीकृत प्रदान की गई. इस अवसर पर मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसी योजनाएं इस महत्वपूर्ण योजना में प्रस्तावित की जाए, जो कृषि के साथ पशुपालन, मत्स्य पालन आदि क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियां संचालन करने में सहायक हो.

मुख्यमंत्री राज्य कृषि विकास योजना पर मुख्य सचिव ने ली बैठक.

पढ़ें- मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम होगा शिक्षा मंत्रालय, राष्ट्रपति ने दी मंजूरी

मुख्य सचिव ने ऐसी योजना प्रस्तावित करने के निर्देश दिए, जो समयबद्धता से पूर्ण हो और जिसका लाभ तुरंत पात्र लाभार्थियों को मिल सके. इसके साथ ही उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को सूक्ष्म एवं दूरगामी कार्य योजना बनाने के निर्देश भी दिये. उन्होंने कहा कि ऐसी योजना प्रस्तावित न की जाए जिसका अधिक वित्तीय भार राज्य पर पड़े. वहीं, लघुकालीन लाभ को भी ध्यान में रखकर योजनाएं प्रस्तावित करने के निर्देश दिए. मुख्य सचिव ने कहा कि अनुत्पादक योजनाओं को प्रस्ताव में शामिल न करते हुए प्रस्तावित परियोजना में निर्माण कार्य कम से कम रखें. उन्होंने प्रस्तावित प्रोजेक्ट को संचालित करने के लिए बहुत आवश्यक उपकरण ही शामिल करने के निर्देश दिए.

पढ़ें- उत्तराखंड की 10 बड़ी खबरें @1PM

मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने बहु खाद्यान्न प्रसंस्करण इकाई (मल्टीग्रेन प्रोसेंसिंग यूनिट ) स्थापना के लिए 03 करोड़ रुपये की धनराशि वर्ष 2020-21 के लिए स्वीकृत की. इसमें सहकारिता विभाग द्वारा नैनीताल में स्थित सोयाबीन प्लांट में झंगोरा, मंडुवा का प्रसंस्करण कर उसे आर्गेनिक फूड के रूप में वेल्यू एडिट करने का प्राविधान किया गया है. सचिव सहकारिता द्वारा अवगत कराया गया कि झंगोरा और मंडुवा जो कि स्थानीय उत्पाद हैं, किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीद कर किसानों को अधिक से अधिक कृषि उत्पाद का लाभ दिया जायेगा. स्थानीय उत्पाद, मंडुआ और झंगोरा के प्रसंस्करण के लिये आवश्यक उपकरण यथा 02 स्टोरेज बिन, ऐलिवेटर, सीड क्लीनर, ग्रेवेटी सेपेरेटर एवं अन्य उपकरण क्रय किये जायेंगे.

सीड प्रोडक्शन प्रोग्राम के प्रस्ताव पर पुनः परीक्षण

एक अन्य 8.76 करोड़ के सीड प्रोडक्शन प्रोग्राम के प्रस्ताव को मुख्य सचिव ने पुनः परीक्षण कर ठोस प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पूर्व में संचालित कोर वैली सीड प्रोडक्शन प्रोजेक्ट के दोषों का अध्ययन कर सीड प्रोडक्शन प्रोग्राम को उपादेय बनाकर प्रस्तुत करें. एक अन्य 13.40 लाख के मृदा प्रशिक्षण के प्रस्ताव को भी मुख्य सचिव ने स्वीकृति दी.

भेड़ों के लिए शेल्टर

मुख्य सचिव ने कर्मी, कपकोट (बागेश्वर) के पास स्थित ऑस्ट्रेलिया से आयातित भेड़ों को रखने के लिये शेल्टर एवं उनकी बायोसिक्योरिटी के लिये ऊन बोर्ड द्वारा तैयार 12.54 करोड़ के प्रोजेक्ट को स्वीकृत करते हुए 03 करोड़ की स्वीकृति इस वर्ष में दी. इसके साथ ही मुख्य सचिव ने अन्य कई क्षेत्रों में प्रोजेक्ट को स्वीकृति दी.

देहरादून: मुख्य सचिव ओम प्रकाश की अध्यक्षता में सचिवालय में मुख्यमंत्री राज्य कृषि विकास योजना में कृषि एवं उससे सम्बद्ध योजनाओं को स्वीकृत प्रदान की गई. इस अवसर पर मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसी योजनाएं इस महत्वपूर्ण योजना में प्रस्तावित की जाए, जो कृषि के साथ पशुपालन, मत्स्य पालन आदि क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियां संचालन करने में सहायक हो.

मुख्यमंत्री राज्य कृषि विकास योजना पर मुख्य सचिव ने ली बैठक.

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मुख्य सचिव ने ऐसी योजना प्रस्तावित करने के निर्देश दिए, जो समयबद्धता से पूर्ण हो और जिसका लाभ तुरंत पात्र लाभार्थियों को मिल सके. इसके साथ ही उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को सूक्ष्म एवं दूरगामी कार्य योजना बनाने के निर्देश भी दिये. उन्होंने कहा कि ऐसी योजना प्रस्तावित न की जाए जिसका अधिक वित्तीय भार राज्य पर पड़े. वहीं, लघुकालीन लाभ को भी ध्यान में रखकर योजनाएं प्रस्तावित करने के निर्देश दिए. मुख्य सचिव ने कहा कि अनुत्पादक योजनाओं को प्रस्ताव में शामिल न करते हुए प्रस्तावित परियोजना में निर्माण कार्य कम से कम रखें. उन्होंने प्रस्तावित प्रोजेक्ट को संचालित करने के लिए बहुत आवश्यक उपकरण ही शामिल करने के निर्देश दिए.

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मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने बहु खाद्यान्न प्रसंस्करण इकाई (मल्टीग्रेन प्रोसेंसिंग यूनिट ) स्थापना के लिए 03 करोड़ रुपये की धनराशि वर्ष 2020-21 के लिए स्वीकृत की. इसमें सहकारिता विभाग द्वारा नैनीताल में स्थित सोयाबीन प्लांट में झंगोरा, मंडुवा का प्रसंस्करण कर उसे आर्गेनिक फूड के रूप में वेल्यू एडिट करने का प्राविधान किया गया है. सचिव सहकारिता द्वारा अवगत कराया गया कि झंगोरा और मंडुवा जो कि स्थानीय उत्पाद हैं, किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीद कर किसानों को अधिक से अधिक कृषि उत्पाद का लाभ दिया जायेगा. स्थानीय उत्पाद, मंडुआ और झंगोरा के प्रसंस्करण के लिये आवश्यक उपकरण यथा 02 स्टोरेज बिन, ऐलिवेटर, सीड क्लीनर, ग्रेवेटी सेपेरेटर एवं अन्य उपकरण क्रय किये जायेंगे.

सीड प्रोडक्शन प्रोग्राम के प्रस्ताव पर पुनः परीक्षण

एक अन्य 8.76 करोड़ के सीड प्रोडक्शन प्रोग्राम के प्रस्ताव को मुख्य सचिव ने पुनः परीक्षण कर ठोस प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पूर्व में संचालित कोर वैली सीड प्रोडक्शन प्रोजेक्ट के दोषों का अध्ययन कर सीड प्रोडक्शन प्रोग्राम को उपादेय बनाकर प्रस्तुत करें. एक अन्य 13.40 लाख के मृदा प्रशिक्षण के प्रस्ताव को भी मुख्य सचिव ने स्वीकृति दी.

भेड़ों के लिए शेल्टर

मुख्य सचिव ने कर्मी, कपकोट (बागेश्वर) के पास स्थित ऑस्ट्रेलिया से आयातित भेड़ों को रखने के लिये शेल्टर एवं उनकी बायोसिक्योरिटी के लिये ऊन बोर्ड द्वारा तैयार 12.54 करोड़ के प्रोजेक्ट को स्वीकृत करते हुए 03 करोड़ की स्वीकृति इस वर्ष में दी. इसके साथ ही मुख्य सचिव ने अन्य कई क्षेत्रों में प्रोजेक्ट को स्वीकृति दी.

Last Updated : Aug 18, 2020, 3:13 PM IST
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