ऋषिकेश: आस्था के महापर्व कुंभ को लेकर तीर्थ क्षेत्र ऋषिकेश और आसपास के इलाकों में श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त इंतजाम अभी तक नहीं हो पाये हैं. यहां न तो गंगाघाटों पर चेंजिंग रूम बने हैं , न ही मोबाइल टॉयलेट की मुकम्मल व्यवस्था की गई है. सिर्फ इतना ही नहीं, कुछ क्षेत्रों में घाटों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए गंगा में चेन (सांकल) की व्यवस्था तक नहीं की गई है. दिलचस्प बात यह है कि इन खामियों को खुद मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने भी स्वीकार किया है.
दरअसल, शुक्रवार को मुख्य सचिव ऋषिकेश और आसपास के क्षेत्रों में कुंभ के तहत श्रद्धालुओं के लिए किए गए इंतजामों का जायजा लेने पहुंचे. उन्होंने स्वर्गाश्रम मुनिकीरेती और ऋषिकेश में व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया. खास बातचीत में उन्होंने बताया कि क्षेत्र में ज्यादातर व्यवस्था बनाई गई हैं, लेकिन थोड़ी बहुत कमियां भी बाकी हैं. उन्होंने खुद खामियां गिनाते हुए बताया कि स्वर्गाश्रम क्षेत्र में कई गंगाघाटों की सीढ़ियों पर सुरक्षा रेलिंग नहीं लगाई गई है. इसी क्षेत्र में श्रद्धालुओं के लिए घाटों पर गंगा में चेन भी नहीं लगी है. चेंजिंग रूम और शौचालय भी तीनों ही क्षेत्र में पर्याप्त नहीं हैं.
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लिहाजा, इस बाबत मेला प्रशासन को सख्त निर्देश जारी कर दिए गए हैं, उन्होंने दावा किया कि 4 दिन के भीतर तमाम इंतजामों को जुटा लिया जाएगा. मुख्य सचिव ने यह भी बताया कि कुंभ में कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन के तहत कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया जाएगा. निरीक्षण में उन्होंने मेला अधिकारी को 100 कूड़ेदान, दो मोबाइल टॉयलेट और 10 चेंजिंग रूम के इंतजाम अतिशीघ्र करने के निर्देश भी जारी किए हैं.