देहरादूनः विधानसभा भवन में स्पीकर प्रेमचंद अग्रवाल की बैठक में एक ऐसा वाकया हुआ, जिसने प्रदेश की नौकरशाही को शर्मसार कर दिया. दरअसल गैरसैंण विकास परिषद की बैठक में आए सिंचाई विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी को अपने विभागीय अपर सचिव का नाम तक मालूम नहीं था. जिस पर विधानसभा अध्यक्ष सहित बैठक में मौजूद सभी लोग हैरान हो गए. स्पीकर अग्रवाल ने मौके पर ही उनको लताड़ लगाई.
बुधवार को उत्तराखंड विधानसभा भवन देहरादून में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा गैरसैंण विकास परिषद की बैठक बुलाई गई थी. जिसमें परिषद के सभी पदाधिकारियों के साथ-साथ क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि और संबंधित विभागों के अधिकारियों को भी बुलाया गया था. बैठक में परिषद द्वारा दिए गए लक्षित कार्यों पर समीक्षा की जानी थी. इसी दौरान जब विधानसभा अध्यक्ष ने बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों के बारे में जानकारी ली तो सिंचाई विभाग से अपर सचिव उदयराज सिंह को बुलाया गया था. लेकिन उनकी जगह पर विभागीय चीफ इंजीनियर दिनेश चंद मौजूद थे.
विधानसभा अध्यक्ष ने उपस्थित चीफ इंजीनियर दिनेश चंद से उनके विभागीय अपर सचिव के बारे में जानकारी लेनी चाही. पूछा कि आपके विभागीय अपर सचिव का नाम क्या है और वह कहां हैं? जवाब में चीफ इंजीनियर अपने विभागीय अपर सचिव का नाम तक बता पाए. कई बार विधानसभा अध्यक्ष द्वारा पूछे जाने के बावजूद भी चीफ इंजीनियर दिनेश शर्मा जवाब नहीं दे पाए. जिस पर वहां मौजूद सभी लोग हैरान हो गए कि विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी को अपने सचिव तक का नाम मालूम नहीं है.
पढ़ेंः पेट्रोल-डीजल के आसमान छूते दामों के बीच CNG की तरफ बढ़ते कदम, पढ़िए फायदे की खबर
दरअसल, यह वाकया प्रदेश की नौकरशाही को हिलाकर रख देने वाला है. जहां पर विभागीय कार्यशैली और जिम्मेदारियों के प्रति अधिकारियों की जवाबदेही का पता चलता है. विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा इस अनुशासनहीनता पर बेहद दुख जताया गया. साथ ही उन्होंने वहां मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों को भी संबोधित करते हुए कहा कि यह प्रदेश के लिए बेहद अफसोस की बात है. इसके अलावा बैठक में कई अधिकारी मौजूद नहीं थे. जिस पर विधानसभा अध्यक्ष ने चिंता जाहिर की और कहा कि अधिकारियों की लापरवाही प्रदेश के लिए हानिकारक है.