देहरादूनः पुलिस द्वारा राजधानी के मेडिकल स्टोर्स के खिलाफ जारी कार्रवाई पर केमिस्ट एसोसिएशन ने सवाल खड़े किए हैं. एसोसिएशन ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े करते हुए सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का उल्लंघन और केमिस्ट दुकानदारों का शोषण करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि दुकानों का निरीक्षण ड्रग्स कंट्रोलर की मौजूदगी में होता है. लेकिन पुलिस ने ड्रग्स कंट्रोलर की गैर मौजूदगी में ही केमिस्ट दुकानदारों पर छापेमारी की है.
दवा विक्रेताओं के हवाले से केमिस्ट एसोसिएशन ने कहा कि पुलिस की कार्रवाई से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन यह नियमों के तहत होना चाहिए. केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन खुराना का कहना है कि शहर में कोई भी मेडिकल स्टोर विक्रेता बिना डॉक्टर के पर्चे के नशे की दवाई नहीं देता है. अगर कोई इस तरह का काम करता है तो उसका केमिस्ट एसोसिएशन भी विरोध करता है. उन्होंने पुलिस की कार्रवाई को सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का उल्लंघन बताया है.
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पुलिस ने ड्रग्स विभाग को भेजी रिपोर्ट: गौरतलब है कि देहरादून पुलिस ने जिले में संचालित फर्जी मेडिकल स्टोर के खिलाफ अभियान चलाया है. कार्रवाई में पुलिस ने 21 मेडिकल स्टोर बिना लाइसेंस और 98 मेडिकल स्टोर बिना फार्मासिस्ट के पाए. पुलिस ने इनकी एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर ड्रग्स विभाग को भेजी. मामले में पुलिस का कहना है कि कुछ मेडिकल स्टोर से प्रतिबंधित दवाइयां बेची जा रही थी, जिसका संज्ञान लेते हुए पुलिस ने देहरादून के सभी मेडिकल स्टोर पर छापेमारी की.