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चारधाम यात्रियों की मांग, वाहन चालकों का भी हो हेल्थ चेकअप

चारधाम यात्रा के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं ने वाहनों की फिटनेस की तरह वाहन चालकों के हेल्थ चेकअप की मांग की है. इस पर परिवहन विभाग ने इसकी जल्द व्यवस्था करने की बात कही है.

वाहन चालक
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Published : May 16, 2019, 8:13 PM IST

ऋषिकेश: चारधाम यात्रा पर जाने से पहले परिवहन विभाग वाहनों की फिटनेस चेकिंग तो करता है, लेकिन वाहन चालकों का कोई भी हेल्थ चेकअप नहीं होता. जबकि, यात्री वाहन में सफर कर रहे यात्रियों की जिंदगी चालकों के हाथ में होती है. ऐसे में यात्री वाहन चालकों के फिटनेस की बात कर रहे हैं.

पढ़ें- पिथौरागढ़ की शीतल ने फतह की दुनिया की सबसे ऊंची चोटी, उम्र महज 24

7 मई से चारधाम यात्रा की शुरुआत हो गई थी. परिवहन विभाग अब तक हजारों वाहनों का फिटनेस टेस्ट कर चारधाम यात्रा पर रवाना कर चुका है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि वाहन के फिटनेस के साथ-साथ चालक का हेल्थ चेकअप क्यों नहीं किया जाता.

चारधाम यात्रियों ने वाहन चालकों के हेल्थ चेकअप की मांग की.

ऋषिकेश पंहुचे श्रद्धालुओं का कहना था कि परिवहन विभाग को चाहिए कि वाहन चालकों का डॉक्टरों द्वारा हेल्थ चेकअप के बाद ही उनको चारधाम यात्रा पर जाने की परमिशन दी जाए. जिससे चारधाम आने वाले यात्री सुरक्षित यात्रा कर सकें.

ऋषिकेश की सहायक संभागीय परिवहन विभाग की अधिकारी डॉ. अनीता चमोला ने बताया कि चारधाम यात्रा शुरू होने से कुछ दिनों पहले यहां के सभी चालकों के नेत्र और स्वास्थ्य परीक्षण हुआ था. साथ ही बाहर के आने वाले चालकों को एक घंटे की क्लास भी दी जाती है, जिसमें पहाड़ मार्ग से संबंधित बातें बताई जाती हैं.

उन्होंने कहा कि अभी पहाड़ों पर जाने चालकों के स्वास्थ्य चेकअप नहीं किया जा रहा है, लेकिन अब जल्द ही एम्स ऋषिकेश और राजकीय चिकित्सालय से पत्र लिखकर चालकों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए डिमांड की जाएगी.

ऋषिकेश: चारधाम यात्रा पर जाने से पहले परिवहन विभाग वाहनों की फिटनेस चेकिंग तो करता है, लेकिन वाहन चालकों का कोई भी हेल्थ चेकअप नहीं होता. जबकि, यात्री वाहन में सफर कर रहे यात्रियों की जिंदगी चालकों के हाथ में होती है. ऐसे में यात्री वाहन चालकों के फिटनेस की बात कर रहे हैं.

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7 मई से चारधाम यात्रा की शुरुआत हो गई थी. परिवहन विभाग अब तक हजारों वाहनों का फिटनेस टेस्ट कर चारधाम यात्रा पर रवाना कर चुका है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि वाहन के फिटनेस के साथ-साथ चालक का हेल्थ चेकअप क्यों नहीं किया जाता.

चारधाम यात्रियों ने वाहन चालकों के हेल्थ चेकअप की मांग की.

ऋषिकेश पंहुचे श्रद्धालुओं का कहना था कि परिवहन विभाग को चाहिए कि वाहन चालकों का डॉक्टरों द्वारा हेल्थ चेकअप के बाद ही उनको चारधाम यात्रा पर जाने की परमिशन दी जाए. जिससे चारधाम आने वाले यात्री सुरक्षित यात्रा कर सकें.

ऋषिकेश की सहायक संभागीय परिवहन विभाग की अधिकारी डॉ. अनीता चमोला ने बताया कि चारधाम यात्रा शुरू होने से कुछ दिनों पहले यहां के सभी चालकों के नेत्र और स्वास्थ्य परीक्षण हुआ था. साथ ही बाहर के आने वाले चालकों को एक घंटे की क्लास भी दी जाती है, जिसमें पहाड़ मार्ग से संबंधित बातें बताई जाती हैं.

उन्होंने कहा कि अभी पहाड़ों पर जाने चालकों के स्वास्थ्य चेकअप नहीं किया जा रहा है, लेकिन अब जल्द ही एम्स ऋषिकेश और राजकीय चिकित्सालय से पत्र लिखकर चालकों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए डिमांड की जाएगी.

Intro:ऋषिकेश--चारधाम यात्रा पर जाने से पहले परिवहन विभाग वाहनों का फिटनेश चेक करने के बाद ग्रीन कार्ड जारी करता है लेकिन पहाड़ों पर जाने वाले चालकों की फिटनेस का कोई चेकअप नही होता जबकि बस में बैठे सभी यात्रियों की जान चालक के हाथ मे होती है,अब यात्री चालकों का भी फिटनेस चेक करने की बात कर रहे हैं।


Body:वी/ओ--7 मई से चारधाम यात्रा की शुरुआत हो गई थी तब से लेकर अभी तक परिवहन विभाग के द्वारा हजारो वाहनो का फिटनेस टेस्ट करने के बाद चारधाम यात्रा के लिए रवाना किया गया,लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि वाहन के फिटनेस के साथ साथ चालक का फिटनेस टेस्ट क्यों नही किया जाता जबकि एक बस में लगभग 34 से 35 यात्री सवार होकर सफर करते हैं और सभी यात्रियों की जिंदगी चालक के हाथ मे ही रहती है।

वी/ओ--चारधाम की यात्रा करने के लिए ऋषिकेश पंहुचे श्रद्धालुओं का कहना था कि परिवहन विभाग को चाहिए कि वाहन को चलाने वाले चालको का चिकित्सक के द्वारा बारीकी से जांच करने के बाद ही ग्रीन कार्ड जारी किया जाए,यात्रियों का कहना था कि अगर चालक के आंख,बीपी,शुगर हर तरह की जाँच होनी चाहिए ताकि यहां आने वाली यात्री सुरक्षित यात्रा कर सकें।

बाईट--राकेश शर्मा(यात्री)
बाईट--रमनदेव (यात्री)


Conclusion:वी/ओ--ऋषिकेश की सहायक संभागीय परिवहन विभाग की अधिकारी डॉ अनीता चमोला ने बताया कि चारधाम यात्रा शुरू होने से कुछ दिनो पहले यहां के सभी चालकों के नेत्र और स्वास्थ्य परीक्षण हुआ था,साथ ही बाहर के आने वाले चालकों को एक घंटे की क्लास दी जाती है जिसमे पहाड़ के मार्ग संबंधित बाते बताई जाती है,इसके साथ ही पहाड़ो के मौसम को लेकर जानकारी दी जाती है कि किस तरह से वे वहां पर स्वस्थ राह सकते हैं,हालांकि उन्होंने कहा कि अभी तक चिकित्सकों के द्वारा पहाड़ों पर जाने चालकों के स्वास्थ्य चेकअप नही किया जा रहा है लेकिन अब जल्द ही एम्स ऋषिकेश और राजकीय चिकित्सालय से पत्र लिखकर चालकों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए डॉ की डिमांड की जाएगी।

बाईट--डॉ अनीता चमोला(सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी)
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