ऋषिकेश: चारधाम यात्रा पर जाने से पहले परिवहन विभाग वाहनों की फिटनेस चेकिंग तो करता है, लेकिन वाहन चालकों का कोई भी हेल्थ चेकअप नहीं होता. जबकि, यात्री वाहन में सफर कर रहे यात्रियों की जिंदगी चालकों के हाथ में होती है. ऐसे में यात्री वाहन चालकों के फिटनेस की बात कर रहे हैं.
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7 मई से चारधाम यात्रा की शुरुआत हो गई थी. परिवहन विभाग अब तक हजारों वाहनों का फिटनेस टेस्ट कर चारधाम यात्रा पर रवाना कर चुका है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि वाहन के फिटनेस के साथ-साथ चालक का हेल्थ चेकअप क्यों नहीं किया जाता.
ऋषिकेश पंहुचे श्रद्धालुओं का कहना था कि परिवहन विभाग को चाहिए कि वाहन चालकों का डॉक्टरों द्वारा हेल्थ चेकअप के बाद ही उनको चारधाम यात्रा पर जाने की परमिशन दी जाए. जिससे चारधाम आने वाले यात्री सुरक्षित यात्रा कर सकें.
ऋषिकेश की सहायक संभागीय परिवहन विभाग की अधिकारी डॉ. अनीता चमोला ने बताया कि चारधाम यात्रा शुरू होने से कुछ दिनों पहले यहां के सभी चालकों के नेत्र और स्वास्थ्य परीक्षण हुआ था. साथ ही बाहर के आने वाले चालकों को एक घंटे की क्लास भी दी जाती है, जिसमें पहाड़ मार्ग से संबंधित बातें बताई जाती हैं.
उन्होंने कहा कि अभी पहाड़ों पर जाने चालकों के स्वास्थ्य चेकअप नहीं किया जा रहा है, लेकिन अब जल्द ही एम्स ऋषिकेश और राजकीय चिकित्सालय से पत्र लिखकर चालकों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए डिमांड की जाएगी.