देहरादून: उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय ने नए सत्र को लेकर काउंसलिंग कार्यक्रम में बदलाव किए हैं. इस बार कोविड-19 के चलते नए सत्र में खासी देरी हुई है. हालांकि मार्च से नए सत्र के शुरू होने की बात विवि प्रशासन द्वारा कही जा रही है. काउंसलिंग कार्यक्रम में बदलाव की वजह नए कॉलेजों को कोर्स के लिए मान्यता दिया जाना बताया जा रहा है.
उत्तराखंड में कुछ नए निजी कॉलेजों को मान्यता मिलने के बाद उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय में होने वाली काउंसलिंग के कार्यक्रम में बदलाव किया गया है. विश्वविद्यालय से कुल 19 आयुर्वेद कॉलेज संबद्ध हैं. इसमें 3 सरकारी, 13 निजी आयुर्वेदिक, दो होम्योपैथिक और एक यूनानी कॉलेज शामिल है.
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दरअसल राज्य में 5 नए निजी आयुर्वेद कॉलेजों को मान्यता दी गई है. इसके बाद काउंसलिंग के जरिए विकल्प भरने के लिए नई तारीख दी गई है. नए कार्यक्रम के तहत 19 और 20 फरवरी को अभ्यर्थी कॉलेजों को लेकर विकल्प भर पाएंगे. जबकि 22 फरवरी को सीटों के आवंटन जारी किए जाएंगे. इसके बाद अभ्यर्थियों को ज्यादा विकल्प मिल पाएंगे और रिक्त सीटों पर भी अभ्यर्थी आयुर्वेद कॉलेज में एडमिशन ले सकेंगे.