देहरादून: सरकार द्वारा एसटी, एसटी और ओबीसी छात्र-छात्राओं को दिये जाने वाली छात्रवृत्ति पर लगी रोक के बाद भीम आर्मी ने मोर्चा खोल लिया. भीम आर्मी ने नाराजगी जताते हुए कहा कि अगर सरकार ने 22 फरवरी तक शिक्षा शुल्क का भुगतान प्राइवेट कॉलेजों की निर्धारित फीस स्ट्रक्चर के अनुसार नहीं किया तो भीम सेना आगामी 23 फरवरी को सरकार के खिलाफ एक विशाल रैली का आयोजन करेगी.
दरअसल, एससी, एसटी और ओबीसी छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति सरकार द्वारा रोकने को लेकर गुरुवार को चीफ चंद्रशेखर रावण ने कहा कि ये फैसला सरासर गलत लिया गया है. भीम सेना के आर्मी चीफ ने कहा कि यह सरकार दलित छात्र-छात्राओं को शिक्षा से वंचित करने की साजिश रच रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अगर सरकार 22 फरवरी तक शिक्षा शुल्क का भुगतान नहीं करती तो 23 को त्रिवेंद्र सरकार के खिलाफ विरोध किया जाएगा.
उन्होंने कई मुद्दों पर भाजपा सरकार को निशाने में लेते हुए कहा कि वर्तमान सरकार शिक्षा और किसानों की ओर ध्यान नहीं दे रही है जिसको लेकर भीम आर्मी ने राज्य सरकार और केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की ठानी है. भीम आर्मी चीफ ने कहा की प्रदेश सरकार लगातार शिक्षा के क्षेत्र की अनदेखी कर रही है. प्रदेश सरकार ने हाल ही में हुए शराब कांड पर भी कोई सख्त कदम नहीं उठाया. साथ ही उन्होंने कहा कि PM मोदी ने पर निशाना साधते हुए कहा कि जहरीली शराब मामले पर देश के पीएम ने मृतकों के प्रति संवेदना जताना भी उचित नहीं समझा.