ETV Bharat / state

अधिकारियों के दफ्तर से गायब है CCTV, थानों के लिए जारी हुए स्पेशल आदेश

author img

By

Published : May 8, 2019, 10:08 AM IST

जनता से जुड़ी शिकायतों को लेकर पुलिस की कार्यशैली में पारदर्शिता लाने के लिए हाई कोर्ट ने प्रदेश भर के थाना-कोतवाली में सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए हैं, लेकिन उत्तराखंड पुलिस के आलाधिकारियों के ऑफिसों में भी सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं.

पुलिस अधिकारियों के ऑफिस में सीसीटीवी कैमरे नहीं

देहरादून: जनता से जुड़ी शिकायतों को लेकर पुलिस की कार्यशैली में सुधार व पारदर्शिता लाने के लिए पिछले दिनों हाई कोर्ट ने प्रदेशभर के थाना-कोतवाली में सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए थे. लेकिन हैरानी की बात ये है कि उत्तराखंड पुलिस के आलाधिकारियों के ऑफिस में भी सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं. ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस के आलाधिकारी कितने गंभीर हैं, ये इस बात की तस्दीक करता है.

पढ़ें- बदरीनाथ में अब मोबाइल नेटवर्क को लेकर नहीं होगी परेशानी, इंटरनेट की स्पीड भी होगी बेहतर

हाई कोर्ट के आदेश पर देहरादून एसएसपी ने जनपद के सभी थाना-कोतवाली में जनता की सुनवाई जैसे मामलों की मॉनिटरिंग के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए दे थे, लेकिन खुद एसएसपी के कार्यालय में सीसीटीवी कैमरा न होना, हैरानी वाली बात है. एसएसपी ऑफिस ही नहीं गढ़वाल रेंज के डीआईजी का ऑफिस, पुलिस मुख्यालय व एसपी सिटी के ऑफिस में भी सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं.

बता दें, जन सुनवाई के दौरान होने वाली मारपीट जैसी संगीन घटनाएं होने के चलते पिछले दिनों नैनीताल हाई कोर्ट ने प्रदेश के सभी थाना-कोतवाली में सीसीटीवी कैमरे लगाने के आदेश दिए थे.

पुलिस अधिकारियों के ऑफिस में सीसीटीवी कैमरे नहीं

अधिकारियों के कार्यालय में सीसीटीवी कैमरे लगाना बाध्यता नहीं- डीजी

इस मामले में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार का मानना है कि अधिकारियों के कार्यालय में सीसीटीवी कैमरे लगाना बाध्यता नहीं है. हालांकि, सुरक्षा व अन्य दृष्टि से लगाया भी जा सकता है. उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट ने थाना-कोतवाली में सीसीटीवी कैमरे लगाने का आदेश दिया है, जिसको पूरा किया जा रहा है.

देहरादून: जनता से जुड़ी शिकायतों को लेकर पुलिस की कार्यशैली में सुधार व पारदर्शिता लाने के लिए पिछले दिनों हाई कोर्ट ने प्रदेशभर के थाना-कोतवाली में सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए थे. लेकिन हैरानी की बात ये है कि उत्तराखंड पुलिस के आलाधिकारियों के ऑफिस में भी सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं. ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस के आलाधिकारी कितने गंभीर हैं, ये इस बात की तस्दीक करता है.

पढ़ें- बदरीनाथ में अब मोबाइल नेटवर्क को लेकर नहीं होगी परेशानी, इंटरनेट की स्पीड भी होगी बेहतर

हाई कोर्ट के आदेश पर देहरादून एसएसपी ने जनपद के सभी थाना-कोतवाली में जनता की सुनवाई जैसे मामलों की मॉनिटरिंग के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए दे थे, लेकिन खुद एसएसपी के कार्यालय में सीसीटीवी कैमरा न होना, हैरानी वाली बात है. एसएसपी ऑफिस ही नहीं गढ़वाल रेंज के डीआईजी का ऑफिस, पुलिस मुख्यालय व एसपी सिटी के ऑफिस में भी सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं.

बता दें, जन सुनवाई के दौरान होने वाली मारपीट जैसी संगीन घटनाएं होने के चलते पिछले दिनों नैनीताल हाई कोर्ट ने प्रदेश के सभी थाना-कोतवाली में सीसीटीवी कैमरे लगाने के आदेश दिए थे.

पुलिस अधिकारियों के ऑफिस में सीसीटीवी कैमरे नहीं

अधिकारियों के कार्यालय में सीसीटीवी कैमरे लगाना बाध्यता नहीं- डीजी

इस मामले में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार का मानना है कि अधिकारियों के कार्यालय में सीसीटीवी कैमरे लगाना बाध्यता नहीं है. हालांकि, सुरक्षा व अन्य दृष्टि से लगाया भी जा सकता है. उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट ने थाना-कोतवाली में सीसीटीवी कैमरे लगाने का आदेश दिया है, जिसको पूरा किया जा रहा है.

Intro:देहरादून-जनता से जुडी शिकायतों को लेकर पुलिस की कार्यशैली में सुधार व पारदर्शिता लाने के लिए भले ही पुलिस विभाग द्वारा पिछले दिनों प्रदेश भर के थाना-कोतवाली में सीसीटीवी लगाने के निर्देश पारित कर दी गए हो, लेकिन इस मामले जिला व रेंज कार्यालय के अलावा पुलिस मुख्यालय स्तर पर सीसीटीवी नियम को बाध्य ना करना विभाग के दौहरे चरित्र को दर्शाता हैं। जबकि कई बार आलाधिकारियों के कार्यालयों में जनता की ओर से सुनवाई को लेकर गंभीर आरोप लगते रहे हैं। ऐसे में सीसीटीवी के दायरे में मात्र थाना-कोतवाली को ही लाना किसी दोहरे चरित्र से कम नहीं है.



Body:देहरादून एसएसपी के कार्यालय में सीसीसीटी ना होना गंभीर

जहां एक तरफ देहरादून एसएसपी ने जनपद के सभी थाना कोतवाली में जनता की सुनवाई जैसे मामलों की मॉनिटरिंग के लिए सीसीटीवी लगाने के निर्देश दिए गए हैं, वही खुद एसएसपी देहरादून के कार्यालय में सीसीटीवी ना होना हैरानी वाली बात हैं, जबकि कई बार एसएसपी ऑफिस में जनता की सुनवाई शिकायतों के साथ साथ मारपीट जैसे अन्य घटना भी देखी गई हैं,ऐसे में देहरादून एसएसपी के ऑफ़िस पर सीसीटीवी ना होना इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है।

डीआईजी रेंज में दो सीसीसीटी,दोनों ही ख़राब

उधर प्रदेश के 7 जिलों को निर्देशित करने वाले गढ़वाल डीआईजी रेंज ऑफिस में भी सीसीटीवी कोई गंभीरता दिखायी नहीं पड़ती, जिसके चलते यहाँ एक अलग ही तरह की बड़ी लापरवाही सामने दिखती हैं। दरसल कुछ समय पहले डीआईजी रेंज रहे पुष्पक ज्योति द्वारा रेंज कार्यालय में एक अंदर और एक बाहर- दो सीसीटीवी कैमरे लगवाएं थे लेकिन तकनीकी व समयनुसार मेंटेनेंस ना होने के कारण वर्तमान में दोनों ही सीसीटीवी कैमरे बंद पड़े हुए हैं। ऐसे में सीसीटीवी नियम मामलें में डीआईजी गढ़वाल रेंज ऑफिस भी अपनी खामियों को उजागर करता है।

सीसीटीवी लगाने के मामले में देहरादून एसपी सिटी कार्यालय भी उच्च अधिकारियों की ही तरह लापरवाह बना हुआ हैं। यहाँ भी किसी तरह की निगरानी व्यवस्था के लिए सीसीटीवी ना होना हैरत की बात है।


Conclusion:अधिकारियों के कार्यालय में सीसीटीवी लगाना बाध्यता नहीं-डीजी

उधर जिला व रेंज स्तर सहित पुलिस मुख्यालय में एहतियातन के तौर पर सीसीटीवी कैमरा ना होने के संबंध में उत्तराखंड में कानून अपराध की जिम्मेदारी निभा रहे महानिदेशक अशोक कुमार का मानना है कि अधिकारियों के कार्यालय में सीसीटीवी लगाने नियम बाध्य नहीं है हालांकि सुरक्षा व अन्य दृष्टि से लगाया भी जा सकता है। डीजी अशोक कुमार के अनुसार थाना-कोतवाली सीसीटीवी लगवाने का फैसला कोर्ट द्वारा दिया गया है जिसको विभाग पूरा कराया जा किया जा रहा है।

बाईट- अशोक कुमार महानिदेशक अपराध व कानून व्यवस्था

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.