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उत्तराखंडः CBI कोर्ट ने MES के रिश्वतखोर इंजीनियरों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा जेल

रिश्वत आरोप में गिरफ्तार एमईएस के दो इंजीनियर को सीबीआई कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. बुधवार सीबीआई ने 20-20 हजार रुपए घूस लेते रंगे हाथों दोनों अफसरों को गिरफ्तार किया था.

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Published : Jan 23, 2020, 6:43 PM IST

Updated : Jan 23, 2020, 8:04 PM IST

देहरादून: रिश्वत लेते रंगे हाथ सीबीआई टीम द्वारा गिरफ्तार किए गए मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस (MES) के दो आरोपी इंजीनियरों को देहरादून की विशेष भ्रष्टाचार निरोधक सीबीआई कोर्ट सुजाता सिंह की अदालत में पेश किया गया. जहां से दोनों अफसरों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. वहीं, सीबीआई की टीम इस मामले में आरोपी भ्रष्ट दोनों इंजीनियरों के आवास से बरामद दस्तावेजों के आधार पर आय व संपत्तियों की विस्तृत जांच पड़ताल में भी जुटी हुई है.

बता दें कि देहरादून के रायपुर स्थित मिलिट्री इंजीनियर सर्विस (MES) में तैनात असिस्टेंट गैरिसन इंजीनियर ( AGE) के.के. सिंघल(JGE) और जूनियर गैरिसन इंजीनियर जहांगीर अहमद को सीबीआई टीम ने ट्रेप कर बीते रोज सरकारी कार्य के बिल पास करने की प्रक्रिया के तहत रंगे हाथों 20- 20 की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था.

ये भी पढ़े: युवाओं को सेना में जाने के लिए प्रोत्साहित करेगा सेवायोजन विभाग, सैन्य अधिकारी देंगे टिप्स

आरोप है ठेकेदार हिमांशु तिवारी का सरकारी भवनों के मरम्मत कार्य का 6 लाख रुपये के भुगतान की बकाया राशि को पास करने के एवज में दोनों ही MES इंजीनियर द्वारा 80 हजार की रिश्वत मांगी गई थी. रिश्वतखोरी के चलते लंबे समय से बिल भुगतान ना होने की चलते परेशान शिकायतकर्ता ने सीबीआई को मामले की शिकायत की. ऐसे में रिश्वत की पहली किस्त देने के दौरान सीबीआई टीम ने बुधवार ट्रेप कर दोनों ही MES इंजीनियर केके सिंघल और मोहम्मद जहांगीर को गिरफ्तार किया था.

भ्रष्टाचार अधिनियम के आरोप में न्यायिक हिरासत में जेल भेजे गए एमईएस इंजीनियर के.के. सिंघल और मोहम्मद जहांगीर से कई तरह की पूछताछ करने के साथ ही उनके आवासों में कई दस्तावेजों को सीबीआई टीम अपने कब्जे में लेकर आगे की विस्तृत जांच भी कर रही है.

देहरादून: रिश्वत लेते रंगे हाथ सीबीआई टीम द्वारा गिरफ्तार किए गए मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस (MES) के दो आरोपी इंजीनियरों को देहरादून की विशेष भ्रष्टाचार निरोधक सीबीआई कोर्ट सुजाता सिंह की अदालत में पेश किया गया. जहां से दोनों अफसरों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. वहीं, सीबीआई की टीम इस मामले में आरोपी भ्रष्ट दोनों इंजीनियरों के आवास से बरामद दस्तावेजों के आधार पर आय व संपत्तियों की विस्तृत जांच पड़ताल में भी जुटी हुई है.

बता दें कि देहरादून के रायपुर स्थित मिलिट्री इंजीनियर सर्विस (MES) में तैनात असिस्टेंट गैरिसन इंजीनियर ( AGE) के.के. सिंघल(JGE) और जूनियर गैरिसन इंजीनियर जहांगीर अहमद को सीबीआई टीम ने ट्रेप कर बीते रोज सरकारी कार्य के बिल पास करने की प्रक्रिया के तहत रंगे हाथों 20- 20 की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था.

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आरोप है ठेकेदार हिमांशु तिवारी का सरकारी भवनों के मरम्मत कार्य का 6 लाख रुपये के भुगतान की बकाया राशि को पास करने के एवज में दोनों ही MES इंजीनियर द्वारा 80 हजार की रिश्वत मांगी गई थी. रिश्वतखोरी के चलते लंबे समय से बिल भुगतान ना होने की चलते परेशान शिकायतकर्ता ने सीबीआई को मामले की शिकायत की. ऐसे में रिश्वत की पहली किस्त देने के दौरान सीबीआई टीम ने बुधवार ट्रेप कर दोनों ही MES इंजीनियर केके सिंघल और मोहम्मद जहांगीर को गिरफ्तार किया था.

भ्रष्टाचार अधिनियम के आरोप में न्यायिक हिरासत में जेल भेजे गए एमईएस इंजीनियर के.के. सिंघल और मोहम्मद जहांगीर से कई तरह की पूछताछ करने के साथ ही उनके आवासों में कई दस्तावेजों को सीबीआई टीम अपने कब्जे में लेकर आगे की विस्तृत जांच भी कर रही है.

Intro:summary-रिश्वत आरोप में गिरफ्तार एमईएस के दो इंजीनियर भेजे गए जेल,सीबीआई कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा जेल। बुधवार सीबीआई ने 20 20 हजार घूस लेते रंगे हाथों किया था दोनों अफसरों को गिरफ्तार।


रिश्वत की रकम लेते रंगे हाथ बुद्धवार सीबीआई टीम द्वारा गिरफ्तार गए मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस (MES) के दो आरोपित सरकारी इंजीनियरों को गुरुवार दोपहर बाद देहरादून की विशेष भ्रष्टाचार निरोधक सीबीआई कोर्ट सुजाता सिंह की अदालत में पेश किया गया,जहां से दोनों ही अफसरों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. हालांकि सीबीआई टीम इस मामले में आरोपित भ्रष्टाचारी दोनों इंजीनियर के आवास से बरामद दस्तावेजों के आधार पर आय व संपत्तियों की विस्तृत जांच पड़ताल में भी जुटी हुई है।


Body:बता दें कि देहरादून के रायपुर स्थित मिलिट्री इंजीनियर सर्विस (MES) में तैनात असिस्टेंट गैरिसन इंजीनियर ( AGE)के0के0 सिंघल(JGE) और जूनियर गैरिसन इंजीनियर जहांगीर अहमद को सीबीआई टीम ने ट्रेप कर बीते रोज सरकारी कार्य के बिल पास करने की प्रक्रिया के तहत रंगे हाथों 20- 20 की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। आरोप है नई दिल्ली पालम निवासी सरकारी ठेकेदार हिमांशु तिवारी का सरकारी भवनों के मरम्मत कार्य का 6 लाख रुपये के भुगतान की बकाया राशि को पास करने के एवज में दोनों ही MES इंजीनियर द्वारा 80 हजार की रिश्वत मांगी गई थी। रिश्वतखोरी के चलते लंबे समय से बिल भुगतान ना होने की चलते परेशान चल रहे शिकायतकर्ता द्वारा सीबीआई को इस मामले की शिकायत की। ऐसे में रिश्वत की पहली किस्त देने के दौरान सीबीआई टीम ने बुद्धवार ट्रेप कर दोनों ही MES इंजीनियर केके सिंघल और मोहम्मद जहांगीर को गिरफ्तार किया था।


Conclusion:उधर भ्रष्टाचार अधिनियम के आरोप में न्यायिक हिरासत में जेल भेजे गए एमईएस- इंजीनियर के के सिंगल और मोहम्मद जहांगीर से कई तरह की पूछताछ करने के साथ ही उनके आवासों में कई दस्तावेजों को सीबीआई टीम अपने कब्जे में लेकर आगे की विस्तृत जांच भी कर रही है।
Last Updated : Jan 23, 2020, 8:04 PM IST
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