श्रीनगर: आखिरकार ममता बहुगुणा जोशी के गुमशुदगी का मामला सीबीसीआईडी को सौंप दिया गया है. ममता बहुगुणा प्रकरण की जांच सीबीसीआईडी से कराए जाने के निर्णय पर ममता के परिजनों (मायके पक्ष) को न्याय की उम्मीद जगी है.
ममता के भाई प्रदीप जोशी ने कहा कि ममता बहुगुणा मामले में थाना श्रीनगर में दर्ज मुकदमे की विवेचना शासन स्तर से सीबीसीआईडी से कराए जाने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा हमें पूरी उम्मीद है कि इसकी निष्पक्ष जांच होगी. यदि उनकी उम्मीद पूरी नहीं हुई तो इस मामले की सीबीआई जांच कराए जाने की मांग की जाएगी.
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दरअसल, 25 नवंबर 2019 को कीर्ति नगर के चौरास निवासी राजाराम जोशी की विवाहिता बेटी ममता श्रीनगर के नर्सरी रोड मोहल्ला स्थित अपने घर से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई थी. अगले दिन उसके बड़े भाई दीपक जोशी ने ममता की गुमशुदगी श्रीनगर कोतवाली में दर्ज कराई. ममता का फोन घर पर ही था, जबकि उसकी चप्पलें नैथाणा झूला पुल से बरामद हुई थी. उसके नदी में छलांग मारने की आशंका को देखते हुए पुलिस, एसडीआरएफ और जल पुलिस ने अलकनंदा नदी में सर्च अभियान चलाया था, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला. तभी से मामता के माता-पिता इंसाफ के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं.