देहरादून: प्रदेश के विभिन्न थानों में लंबे समय से सीज व लावारिस वाहन जल्द नहीं दिखाई देंगे. उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय (Uttarakhand Police Headquarters) की ओर से राज्य के सभी थाना-कोतवाली परिसरों में वर्षों से खड़े वाहनों को कानूनी प्रावधानों से नीलामी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. डीजीपी अशोक कुमार के निर्देश पर आगामी 1 दिसंबर से 31 दिसंबर 2021 तक प्रदेश के थाना-कोतवाली में लावारिश पड़े वाहनों के नीलामी व सुपुर्दगी की जाएगी.
जानकारी के अनुसार, राज्य के थाना और कोतवाली परिसरों में लंबे समय से खड़े वाहनों की जल्द नीलामी कार्रवाई शुरू होने जा रही है. जिसमें दोपहिया और चौपहिया वाहन जो वर्षों से थाना और कोतवाली में जंग खा रहे हैं और जग भी घेरे हुए हैं. ऐसे में अब डीजीपी अशोक कुमार के निर्देश पर आगामी 1 दिसंबर से 31 दिसंबर 2021 तक प्रदेश के थाना-कोतवाली में लावारिश पड़े वाहनों के नीलामी व सुपुर्दगी की जाएगी.
उत्तराखंड में 158 थाने और 237 पुलिस चौकियों में अलग-अलग मामलों में खड़े है लावारिश वाहन
बता दें कि, उत्तराखंड राज्य में थाना कोतवाली की संख्या 158 है, जबकि प्रदेश में कुल पुलिस चौकियों की संख्या 237 है. जानकारी के अनुसार राज्य के हर थाना व चौकी परिसरों में 50 या 100 या उससे भी अधिक वाहन वर्षों से खड़े हैं. इनमें अधिकांश सड़क दुर्घटना, लावारिस, अपराध से संबंधित वाहन, सीज कार्रवाई में रिलीज ना कराने वाले वाहनों के अलावा अलग-अलग मुकदमों में शामिल वाहन भी हैं.
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मुकदमों की वाहन निस्तारण में अच्छा कार्य करने वाले थाना प्रभारियों और कर्मचारियों को मिलेगा पुरस्कार
इनकी वजह से थाना कोतवाली में एक अलग तरह की अव्यवस्था और गंदगी बनी हुई है, ऐसे में थाना कोतवाली परिसर को साफ सुथरा और स्वच्छता का प्रतीक बनाने की दिशा में वर्षों से खड़े इन वाहनों का निस्तारण आवश्यक हो गया है. ताकि पुलिस कार्यालय को साफ सुथरा कराया जा सके. पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के अनुसार अभियान में अच्छा कार्य करने वाले थाना प्रभारियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा.