मसूरी: व्यापारियों का कहना है कि साप्ताहिक बंदी के कारण व्यवसाय पर असर पड़ रहा है. मसूरी व्यापार मंडल के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि पिछले दिनों पर्यटकों की भारी भीड़ होने के कारण मसूरी विधायक के द्वारा तीन सप्ताह साप्ताहिक बंदी में छूट दिलाई गई थी. परंतु एक बार फिर जिला प्रशासन की हठधर्मिता के कारण साप्ताहिक बंदी लागू कर दी गई है. इस कारण मसूरी के व्यापार में भी भारी नुकसान हो रहा है.
उन्होंने कहा कि पूरे उत्तराखंड में जिला देहरादून में साप्ताहिक बंदी लागू है जिसका कोरोना संक्रमण से कुछ लेना देना नहीं है. ऐसे में साप्ताहिक बंदी को तत्काल प्रभाव से बंद कर देना चाहिए. अन्यथा मसूरी का संपूर्ण व्यापारी, व्यापार मंडल के साथ जिला प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करेगा.
पूर्व पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल ने कहा कि मसूरी में साप्ताहिक बंदी के दिन आधे से ज्यादा प्रतिष्ठान खुले रहते हैं. इसको लेकर व्यापारियों को भारी परेशानियों का सामना करना पडता है. उन्होंने कहा कि अगर साप्ताहिक बंदी करनी है तो पूर्ण रूप से सभी प्रतिष्ठानों को बंद किया जाए. उन्होंने कहा कि नगर पालिका परिषद के द्वारा सैनिटाइजेशन को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाये जा रहे हैं, जबकि सैनिटाइजेशन को लेकर लाखों रुपए खर्च कर दिये गए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि नगर पालिका प्रशासन द्वारा सैनिटाइजेशन के नाम पर बड़ा घोटाला किया जा रहा है.
उनियाल ने जिला प्रशासन से मांग की है कि मसूरी में साप्ताहिक बंदी को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया जाए जिससे कि मसूरी का व्यवसाय प्रभावित ना हो.
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वहीं दूसरी ओर साप्ताहिक बंदी के कारण मसूरी में पर्यटकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. दिल्ली से मसूरी अपने परिवार के साथ घूमने आये अमन चोपड़ा ने कहा कि मसूरी में साप्ताहिक बंद होने के कारण उनको भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. उनको खाने पीने को लेकर काफी दिक्कतें पेश आईं. उन्होंने कहा कि अगर उनको पता होता कि मसूरी में बुधवार को साप्ताहिक बंद होता है तो वह मसूरी आते ही नहीं.