ऋषिकेश: देहरादून के ऋषिकेश स्थित खदरी खड़कमाफ ग्रामसभा के लक्कड़घाट क्षेत्र में पंचायत और सरकारी भूमि के साथ प्राकृतिक जल स्रोत कब्जाने के मामले में प्रशासन ने बड़ा एक्शन लिया है. प्रशासन की टीम ने ग्राम प्रधान की मौजूदगी में जल स्रोत के इर्द गिर्द किए गए पक्के निर्माण को जेसीबी से ढहा दिया है. राजस्व भूमि को कब्जाने को लेकर अतिक्रमणकारियों को एसडीएम ने दस्तावेजों के साथ तलब किया है.
मामले के तहत, भू माफियाओं ने संतोषी माता मंदिर के पास से निकलने वाले करीब 30 फीट चौड़े जल स्रोत को कब्जा कर महज तीन फीट कर दिया था. समाजसेवी शांति प्रसाद थपलियाल ने इसकी शिकायत शासन व प्रशासन से कई बार की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई. 30 मई को ईटीवी भारत ने मामले को प्रमुखता से उठाया. इसके बाद हरकत में आए प्रशासन ने कार्रवाई शुरू की. एसडीएम सौरभ असवाल व पटवारी शोभाराम जोशी ने मौके पर पहुंच कर अतिक्रमण को जेसीबी से ध्वस्त किया साथ ही जल स्रोत की करीब तीन बीघा जमीन को कब्जा मुक्त कराया. इसके साथ ही आस-पास की ग्राम पंचायत और राजस्व भूमि की नपाई के भी आदेश दिए.
शिकायतकर्ता शांति प्रसाद थपलियाल ने बताया कि सिर्फ नाले पर ही नहीं बल्कि भू माफियाओं ने सीलिंग और पंचायत की भूमि पर भी कब्जा किया हुआ है. इन पर भी जल्द कार्रवाई होनी चाहिए. पटवारी शोभाराम ने बताया कि सरकारी कागजों के मुताबिक, नाला काफी चौड़ा था लेकिन कुछ लोगों ने अतिक्रमण कर नाली में तब्दील कर दिया था. फिलहाल नाले पर हुए अतिक्रमण को तोड़ दिया गया है. कब्जेदारों को दस्तावेजों के साथ तहसील में पेश होने के लिए नोटिस जारी किया जा रहा है. राजस्व और पंचायती भूमि पर जल्द स्वामित्व से जुड़ा बोर्ड भी चस्पा किया जाएगा.
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