देहरादूनः उत्तराखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का चुनाव 16 जनवरी को होगा. माना जा रहा है कि इसी दिन आम सहमति से उत्तराखंड भाजपा को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल जाएगा. इस संबंध में प्रदेश भाजपा कार्यालय द्वारा 15 जनवरी को नए प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के लिए अधिसूचना जारी होगी.
नए प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के लिये राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल 15 जनवरी को देहरादून पहुंचेंगे. दोनों नेताओं की उपस्थिति में प्रदेश अध्यक्ष चुनाव की अधिसूचना जारी होगी.
वर्तमान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और नैनीताल सांसद अजय भट्ट दोबारा भाजपा अध्यक्ष बनने के मूड में नहीं हैं. उन्होंने स्वयं नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष को अपना पूरा सहयोग देने की बात कही है. प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में संघ नेता राजेंद्र भंडारी सहित अनेक विधायक शामिल हैं. उन्होंने कहा है कि वह अपने संसदीय दायित्व से संतुष्ट हैं साथ ही इस संबंध में अपनी इच्छा से पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को अवगत करा दिया है.
अजय भट्ट के नेतृत्व में पार्टी ने लोकसभा और विधानसभा में शानदार जीत दर्ज की थी. साथ ही स्थानीय निकाय और पंचायत चुनाव में भी पार्टी को शानदार सफलता मिली. हालांकि विधानसभा चुनाव में अजय भट्ट को हार का मुंह देखना पड़ा था. उन्हें कांग्रेसी नेता करन माहरा ने पराजित किया था. भाजपा नेता अजय भट्ट के साथ अनेक मिथक भी जुड़े हैं.
हालांकि हार के बाद भी पार्टी नेतृत्व ने उन पर भरोसा बनाए रखा और लो सभा चुनाव में नैनीताल सीट पर अपना उम्मीदवार बनाया. अजय भट्ट ने इस सीट पर दिग्गज कांग्रेसी और पूर्व सीएम हरीश रावत को पराजित किया. साथ ही भाजपा ने राज्य की सभी पांचों सीटों पर जीत दर्ज की.
आरएसएस की रहेगी अहम भूमिका
उत्तराखंड में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की बागडोर संभालने के लिए पार्टी के भीतर सियासी दांवपेच शुरू हो गए हैं. प्रदेश की सत्ता में काबिज बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष की रेस में सांसद, विधायक के अलावा संघ के नेताओं के नाम निकलकर सामने आ रहे हैं.
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को लेकर राज्य में कई नेता दावेदारी कर रहे हैं. मौजूदा अध्यक्ष अजय भट्ट के रेस से बाहर होने पर कई नेता दावेदारी कर रहे हैं. इस चुनाव में आरएसएस की भी महत्वपूर्ण भूमिक होगी. संगठन के भीतर जो नाम चर्चाओं में हैं, उनमें संगठन के बड़े नेताओं के अलावा सांसद, मंत्री और विधायकों के नाम शामिल हैं.
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उत्तराखंड में 2022 के विधानसभा चुनाव नए प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में होने हैं. इसके चलते यह पद काफी महत्वपूर्ण हो गया है. पार्टी चाहती है कि संगठन के निचले स्तर से ऊपर के पदाधिकारियों तक से रायशुमारी करने के बाद ही नए अध्यक्ष का चुनाव हो.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के लिए एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज चौहान को पर्यवेक्षक और अर्जुन राम मेघवाल को सह पर्यवेक्षक बनाया गया है. इसके अलावा संगठन ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे को पार्टी संगठन और संघ के बीच आम राय बनाने की जिम्मेदारी दी है.
अनेक नेता कर रहे हैं दावेदारी
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनने के लिए राज्य के कई बड़े नेता दावेदारी कर रहे हैं. सूत्रों की मानें तो इस बार बलराज पासी, पुष्कर धामी, इनके अलावा एक नाम राजेंद्र भंडारी का भी है, जो वर्तमान में पार्टी के प्रदेश महामंत्री हैं. आरएसएस के प्रचारक रहे भंडारी काफी चर्चा में हैं.
इसके अलावा अनुसूचित जाति के चेहरे के तौर पर अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा भी मैदान में हैं. इसके अलावा त्रिवेंद्र सरकार में मंत्री धन सिंह रावत, विधायक नवीन दुमका, कैलाश पंत, वरिष्ठ विधायक बंशीधर भगत का भी नाम शामिल हैं.