देहरादून: साल 2020 का पहले ही दिन उत्तराखंड बीजेपी के लिये राहत भरी खबर लेकर आया है. दरअसल, आपसी रंजिश के कारण पार्टी की किरकिरी करा रहे दो विधायकों ने आखिरकार एक मंच पर आकर विवाद खत्म होने की औपचारिक घोषणा कर ही दी. ये दो विधायक हैं खानपुर से कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और झबरेड़ा से देशराज कर्णवाल. हालांकि, दोनों के रुख को देख साफ नजर आया कि पार्टी प्रेशर में दोनों ने ये फैसला तो कर लिया लेकिन उनके मतभेद जस के तस हैं.
चैंपियन बनाम कर्णवाल की लड़ाई प्रदेशस्तर पर चर्चाओं का केंद्र रही है. एक ही पार्टी के दो विधायकों की नूरा-कुश्ती से बीजेपी को कई दफा असहज होना पड़ा है. लेकिन इस बार खुद सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि उनके ओएसडी धीरेंद्र पंवार की मौजूदगी में दोनों विधायकों ने एक मंच पर आकर आपसी रंजिश खत्म करने का एलान किया. यही नहीं, एक-दूसरे को गले लगाकर सारे गिले शिकवे भी दूर किये. इस दौरान दोनों ने कहा कि वह एक-दूसरे पर दर्ज कराए सभी मुकदमे वापस लेंगे.
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हालांकि, खबर है कि दोनों विधायकों से एक पत्र साइन करवाया गया है, जिसमें लिखा है कि ये दोनों ही विधायक न तो एक दूसरे के खिलाफ अब कोई बयानबाजी करेंगे और न ही आगे से कोई मुकदमा किया जाएगा. यही नहीं, अबतक किए गये मुकदमों को वापस लेने पर भी सहमति बनाने की कोशिश की गई है.
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इस घटना के बाद चर्चा है कि भाजपा से निष्कासित कुंवर प्रणव चैंपियन की पार्टी में वापसी हो सकती है. गौर हो कि हाथों में बंदूक लहराते हुये फिल्मी गाने पर डांस करने और बदजुबानी के चलते चैंपियन को पार्टी से निष्कासित किया गया था.
ये घटना 9 जुलाई 2019 की है. इस वीडियो में वो राज्य के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी भी कर रहे थे. इससे पहले दिल्ली के एक पत्रकार के साथ भी चैंपियन ने बदसलूकी की थी. बीजेपी ने 22 जून को अनुशासनहीनता के आरोप में चैंपियन की पार्टी की प्राथमिक सदस्यता तीन माह के लिए निलंबित कर दी थी. इन्हीं सब घटनाओं के बाद पार्टी पर चैंपियन को निष्कासित करने का प्रेशर था. इसके बाद पार्टी ने उन्हें छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था.