देहरादून: एनसीसी प्रशिक्षण अकादमी को देवप्रयाग ब्लॉक के श्रीकोट माल्डा से पौड़ी शिफ्ट किए जाने का मामला बुधवार को शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन में उठाया गया. सत्ता पक्ष के विधायक विनोद कंडारी ने इस मुद्दे पर अपनी बात रखी. ताकि जनता को एनसीसी प्रशिक्षण एकेडमी के वास्तविक सत्यता से अवगत कराया जा सके.
बता दें कि साल 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने देश की पांचवी एनसीसी प्रशिक्षण अकादमी का हिंडोलाखाल में शिलान्यास किया था. गामीणों ने संस्थान के लिए अपनी भूमि दान में दी थी. इसकी डीपीआर भी बन चुकी थी. लेकिन 2017 में बीजेपी की सरकार सत्ता में आई और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पौड़ी में हुई कैबिनेट बैठक में निर्णय लिया कि एनसीसी प्रशिक्षण एकेडमी को देवप्रयाग से पौड़ी शिफ्ट किया जाएगा. ये मुद्दा विपक्ष कई बार सदन के बाहर उठा चुकी है.
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वहीं अब सत्ताधारी दल के विधायक विनोद कंडारी ने बुधवार को ये मुद्दा सदन में उठाया. विधायक कंडारी ने कहा कि एनसीसी प्रशिक्षण अकादमी मामले में विपक्ष सिर्फ जनता को भ्रमित करने का काम कर रही है. लिहाजा इसी वजह से जनता को वास्तविक जानकारी देने के लिए सदन के भीतर सवाल लगाया था. वहीं सवाल के जवाब में सदन के भीतर शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने बताया कि पूर्व की सरकार ने एनसीसी प्रशिक्षण एकेडमी पर कोई भी घोषणा नहीं की थी और ना ही इस संबंध में पूर्ववर्ती सरकार ने कोई भी धन आवंटित किया था.