विकासनगर: मुख्य बाजार में स्टेट बैंक शाखा के पास बैंक कर्मचारियों ने अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. इस दौरान बैंक कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बैंक कर्मचारियों का आरोप है कि केंद्र सरकार बैंकों को बेचने की साजिश कर रही है.
बैंक कर्मचारियों का कहना है कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं हुई तो वे 1 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे. बैंक कर्मचारियों का आरोप है कि नवंबर 2017 से वेतन समझौता होना था, जो की लंबित पड़ा हुआ है. वहीं, हड़ताल के दौरान वे अपनी सैलरी कटवा रहे हैं जबकि, उनकी मांगों में सप्ताह में फाइव वर्किंग डे है. साथ ही उन तीसरी मांग पेंशन की है.
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बैंक कर्मचारियों का कहना है कि सरकार कहती है कि बैंक कमाई नहीं कर रहे हैं, अगर बैंक कमाई नहीं कर रहे हैं तो बैंकों को बंद कर देना चाहिए. कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि सरकार बैंकों को पूंजीपतियों को बेचना चाहती है. कर्मचारियों ने कहा कि ग्राहकों पर बैंकों के माध्यम से अनेक सर्विस चार्ज लगाए गए हैं फिर भी सरकार कहती है कि बैंक कमाई नहीं कर रहे.
कर्मचारी नेता कांति राम नौटियाल का आरो है कि केंद्र सरकार ऊपर की बैलेंस शीट में गड़बड़ी करके नीरव मोदी, मेहुल चौकसी और विजय माल्या जैसे पूंजीपतियों को पैसा देकर बैंकों को बदनाम कर चुकी है. वहीं, अब केंद्र सरकार द्वार अडानी और अंबानी को बैंकों को बेचने की साजिश चल रही है. ऐसा वे कभी नहीं होने देंगे.